प्रमुख सचिव सोनमणी बोरा ने विभागीय योजनाओं की समीक्षा कर दिए अहम निर्देश, कहा— योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचना चाहिए

रायपुर(छत्तीसगढ़ उजाला)-आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणी बोरा ने आज बिलासपुर जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में बिलासपुर संभाग के साथ कुल 10 जिलों — बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, सक्ती, सारंगढ़-बिलाईगढ़, बलौदाबाजार, मुंगेली, कबीरधाम, रायगढ़ एवं कोरबा के अधिकारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ, संबंधित सहायक आयुक्त एवं विभागीय अधिकारी भी मौजूद थे।
प्रमुख सचिव श्री बोरा ने कहा कि विभागीय योजनाओं की निगरानी, नियमित समीक्षा एवं फील्ड निरीक्षण के माध्यम से की जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनजातीय समुदाय के बीच जाकर योजनाओं की जानकारी दें, संपर्क और संवाद बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाएँ तभी सार्थक होंगी जब उनका लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचेगा।
बैठक में श्री बोरा ने योजनाओं की विभागवार समीक्षा करते हुए कहा कि सभी अपूर्ण कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूरा किया जाए, और जो कार्य नियोजित अवधि में पूर्ण नहीं हो सकते, उन्हें निरस्त किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि पूर्ण कार्यों के उपयोगिता प्रमाणपत्र (यूसी) तत्काल प्रस्तुत किए जाएँ।
प्रमुख सचिव ने बताया कि 15 नवम्बर को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती के अवसर पर पूरे राज्य में जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा। इस अवसर पर जनजातीय समाज की गौरवशाली परंपरा और संस्कृति के संरक्षण हेतु विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिले में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सम्मिलित होने की संभावना है, जबकि जिला स्तरीय कार्यक्रमों में प्रभारी मंत्री मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। सभी आश्रमों और छात्रावासों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
राज्य स्तरीय मुख्य आयोजन 19 और 20 नवम्बर को अंबिकापुर में होगा, जिसमें राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के आगमन की संभावना है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा कई महत्वपूर्ण योजनाओं का शुभारंभ किया जाएगा, जिनमें बैगा, गुनिया, हड़जोड़ सम्मान योजना और मुख्यमंत्री जनजातीय ग्राम अखरा विकास योजना शामिल हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य पारंपरिक जनजातीय समाज को सामाजिक सम्मान, सांस्कृतिक संरक्षण और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ाना है।
प्रमुख सचिव श्री बोरा ने कॉलेजों के प्राचार्यों के साथ बैठक कर छात्रवृत्ति योजनाओं में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पात्र विद्यार्थियों को समय पर छात्रवृत्ति का लाभ मिलना विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने बताया कि जरहाभाठा में 21.73 करोड़ की लागत से 300 सीटर अनुसूचित जाति बॉयज हॉस्टल बनाया जाएगा। इसके साथ ही 300 सीटों की क्षमता वाला गर्ल्स हॉस्टल भी तैयार किया जा रहा है। इन अधोसंरचनात्मक कार्यों से छात्रों को सुरक्षित आवास, बेहतर शिक्षा वातावरण और सुविधाजनक संसाधन उपलब्ध कराए जा सकेंगे।




