
कोरबा(छत्तीसगढ़ उजाला)-बालको के सेक्टर-6 में तैयार किए जा रहे बहुमंजिला आधुनिक आवासीय प्रोजेक्ट G-9 के निर्माण पर जिला वन अधिकारी (DFO) ने तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। यह वही प्रोजेक्ट है जिसका भूमिपूजन उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने 17 नवंबर को किया था। भूमिपूजन के बाद निर्माण कार्य को गति मिलने की उम्मीद थी, लेकिन उससे पहले ही मामला राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में विवाद का विषय बन गया है।
पूर्व मंत्री की शिकायत के बाद बढ़ा विवाद
भूमिपूजन के तीन दिनों बाद ही पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने मुख्यमंत्री और कलेक्टर को पत्र लिखकर G-9 प्रोजेक्ट पर गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगाए थे।
उन्होंने कहा था कि निर्माण की अनुमति देने में:
राजस्व नियमो,पर्यावरणीय मानकों,वन संरक्षण अधिनियम,नगर एवं ग्राम निवेश (टाउन प्लानिंग) नियम,सार्वजनिक मार्ग अवरोधन कानून का पालन नहीं किया गया है।
जयसिंह अग्रवाल ने आरोप लगाया कि बालको प्रबंधन और निर्माण कार्य कर रही आलुवालिया कंपनी ने नियमों को दरकिनार कर 9 मंजिला भवन निर्माण शुरू कर दिया, और जिला प्रशासन तथा वन विभाग ने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई।
DFO ने लगाई रोक, जांच समिति गठित
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए 1 दिसंबर 2025 को DFO प्रेमलता यादव ने G-9 प्रोजेक्ट के निर्माण को रोकने का आदेश जारी कर दिया। आदेश में बालको प्रबंधन और निर्माण कंपनी को निर्देश दिए गए हैं कि:
जांच पूरी होने तक सभी निर्माण गतिविधियां तत्काल बंद रखी जाएं।
एक विशेष जांच समिति गठित कर आरोपों की विस्तृत जांच की जाए।
DFO के आदेश के बाद एक बार फिर बालको प्रोजेक्ट को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।
अब आगे क्या?
जांच समिति जल्द ही:भूमि की स्थिति,अनुमतियों की वैधता,पर्यावरणीय और वन संबंधित नियमों का अनुपालन,निर्माण की प्रक्रिया,सार्वजनिक मार्ग पर संभावित अवरोध-जैसे बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार करेगी। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी।




