*रेलवे ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर संगठन की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति की बैठक में गूँजी महिला सुरक्षा और सुविधाओं की माँग*
छत्तीसगढ़ उजाला

बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। रेलवे व्यवस्था की रीढ़ माने जाने वाले स्टेशन मास्टर एक बार फिर अपने अधिकारों और सुविधाओं की माँग को लेकर एकजुट हुए। रविवार को बिलासपुर के तारबहार स्थित एक निजी भवन में ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर संगठन (AISMA/एस्मा) की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति (National Executive Committee) का दो दिवसीय बैठक का भव्य आयोजन किया गया। इस बैठक में देशभर से सैकड़ों स्टेशन मास्टर्स ने शिरकत की।
बैठक की सबसे विशेष बात रही कि बड़ी संख्या में महिला स्टेशन मास्टरों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और अपनी समस्याओं एवं कठिनाइयों को जोरदार तरीके से रखा। महिलाओं ने साफ कहा कि कार्यस्थल पर उनके लिए अलग से टॉयलेट, चेंजिंग रूम, पानी की व्यवस्था जैसी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब तक यह न्यूनतम सुविधाएँ नहीं मिलेंगी, तब तक उनके लिए कार्य को पूरी जिम्मेदारी और सम्मानजनक ढंग से निभाना मुश्किल होगा।
महिला स्टेशन मास्टरों की इन आवाज़ों को पूरे देश से आए प्रतिनिधियों का समर्थन मिला और बैठक में यह निर्णय लिया गया कि महिला सुरक्षा और सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
प्रमुख माँगें और मुद्दे
बैठक में महिला सुरक्षा के साथ-साथ स्टेशन मास्टर्स ने रेलवे अधिकारियों के सामने अपनी अन्य महत्वपूर्ण माँगों को भी रखने का निर्णय लिया।
इनमें शामिल हैं –
- ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) की बहाली
- ग्रेड पे में 10% की वृद्धि
- स्टेशन मास्टर ऑफिस को AC रूम बनाने की माँग
- रात्रिकालीन ड्यूटी पर विशेष भत्ता
- एडिशनल स्टेशन मास्टर की नियुक्ति, जिससे कार्य का दबाव कम हो सके
इन सभी मुद्दों पर संगठन के पदाधिकारियों ने गहन मंथन किया और एक विस्तृत रणनीति तैयार की।