रायपुर

*दो दर्जन से अधिक गौवंश की अचानक मौत, ग्रामीणों, गो सम्मान संगठनों और हिंदू संगठनों में आक्रोश का माहौल*

छत्तीसगढ़ उजाला

 

रायपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। राजधानी से लगभग 38 किलोमीटर दूर सारागांव के रायखेड़ा बांगोली गांव में दो दर्जन से अधिक गौवंश की अचानक मौत ने इलाके में तहलका मचा दिया है। ग्रामीणों, गो सम्मान संगठनों और हिंदू संगठनों में आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों का आरोप कि एक मशरूम कंपनी द्वारा खुले में जहरीला मशरूम फेंक दिया गया था। जिसे खाने से गौवंशों की मौत हो गई।

प्रशासन पर कंपनी के प्रति नरम रवैये का आरोप लग रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव में चार-पांच दिनों से लगातार गौवंश की मौत की सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन ने समय पर पोस्टमार्टम करवाया, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की बजाय कंपनी को छूट देने का रास्ता अपनाया।

गौ सेवकों और संगठनों का आक्रोश

मामले की जानकारी मिलते ही हिंदू संगठनों और गो सेवा दल के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे। उन्होंने मृत गोवंश को देखकर गहरा दुख और आक्रोश जताया। हिंदू महासभा ने इसे गंभीर अपराध बताते हुए प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।

कुछ ही दिन पहले रायपुर में हिंदू महासभा और गो सेवकों के नेतृत्व में ‘गौ न्याय पदयात्रा’ निकाली गई थी। इस पदयात्रा का उद्देश्य गौवंश पर हो रहे अत्याचारों को रोकना और उन्हें न्याय दिलाना था। इसके बावजूद रायखेड़ा बांगोली जैसी घटना ने प्रशासन की भूमिका और गंभीरता से सवाल खड़े किए हैं।

न्याय की मांग, आंदोलन की चेतावनी

हिंदू महासभा रायपुर महानगर के पदाधिकारियों ने कहा कि गो हत्या के मामलों में प्रशासन ढुलमुल रवैया अपनाता है। संगठन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूछा “गो हत्या की सजा कौन देगा? बेजुबान गोवंश को न्याय कब मिलेगा?” महासभा ने चेतावनी दी है कि यदि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

मामले की शिकायत मिली थी। जिसके बाद गौवशों का पोस्टमार्टम किया गया है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। अभी यह नहीं पता चला कि क्या खाने से मौत हुई है।

गौरव कुमार सिंह, कलेक्टर रायपुर 

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