*देवराजनगर में जर्जर स्कूल की स्थिति चिंताजनक : ग्रामीण और अभिभावकों की कई शिकायतों के बाद निरीक्षण करने पहुंचे जनप्रतिनिधि के साथ तहसीलदार*
छत्तीसगढ़ उजाला - 8909144444

देवराजनगर/मैहर (उजाला डेस्क)। गर्मियों की छुट्टी के बाद 1 जुलाई से प्रदेश भर में बच्चों के विद्यालय-महाविद्यालय खुल चुके हैं। जो कि गांव से लेकर शहर तक की बच्चों का विद्यालय प्रवेश की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गई है। लेकिन मैहर जिले के देवराजनगर में जर्जर स्कूल की स्थिति चिंताजनक है। कई स्कूलों की इमारतें इतनी खराब हो चुकी हैं कि छात्रों और शिक्षकों को जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करनी पड़ रही है। कुछ स्कूलों में छतें टूटी हुई हैं, दीवारों में दरारें हैं और बारिश के समय पानी टपकता है, जिससे पढ़ाई करना मुश्किल हो गया है। अधिकारियों को कई बार शिकायतें दी गई हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला है।
दरअसल, मामला यह है कि मैहर जिले के देवराज नगर में लगभग सभी विद्यालयों की स्थिति इतनी देनी हो गई है कि छात्र और अध्यापक अपनी जान को जोखिम में डालकर बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने में मजबूर से हो गए हैं, लिहाजा प्रशासन को लगातार शिकायत और ज्ञापन देने के बावजूद भी कुछ विशेष निष्कर्ष अभी तक नहीं निकला है। ग्रामीण द्वारा जनप्रतिनिधियों को लगातार शिकायत और ज्ञापन देने के बाद देवराज नगर सरपंच सहित तहसीलदार निरीक्षण करने विद्यालयों पर पहुंचे उन्होंने देखा की विद्यालयों की हालत कितनी दयनीय है।
लिहाजा देखना यह होगा अब की प्रशासन तक बात जाने के बाद जिला प्रशासन छात्रहित में किस प्रकार का निर्णय लेता है, या फिर महज विद्यालयों का निरीक्षण कागजों तक में ही सिमट कर रह जाएगा। हालांकि इन समस्याओं को लेकर ग्रामीण अभिभावकों में काफी आक्रोश है यहां तक की ग्रामीणों ने उचित व्यवस्था न होने पर उग्र आंदोलन की भी चेतावनी दे डाली है।