छत्तीसगढ

सुशासन के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी शराबियों की चिंता में पहुचें शराब दुकान…..शराब प्रेमियों को सभी वैरायटी की शराब मिले य़ह देखने आया हूँ…….

●छत्तीसगढ़ उजाला रायपुर●

छत्तीसगढ़ की सुशासन के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल को स्वास्थ्य के साथ-साथ बेवरेज कार्पोरेशन की बड़ी जिम्मेदारी भी हैं.अस्पतालों का दौरा करके मंत्री जी अपनी जिम्मेदारी तो अक्सर बताते ही है पर इनके दौरे के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में कोई बदलाव नजर भी नहीं आता हैं.बदहाल सरकारी अस्पतालों की चिंता से ज्यादा शराबियों की चिंता करने में लगे हैं.मंत्री जी को शराब की ज्यादा बिक्री हो इसको लेकर भी चिंता है.शराब प्रेमियों की चिंता वैसे सरकारें भी करती हैं य़ह छत्तीसगढ़ में नज़र आता है। सरकार के राजस्व का सबसे बड़ा श्रोत प्रदेश के शराब प्रेमी ही है इसलिए उनके स्वास्थ्य की चिंता स्वास्थ्य मंत्री द्वारा करना लाजिमी भी है. प्रदेश में शराब की और दुकाने सरकार खोलने वाली हैं। मद्य प्रेमियों को उनके पसंद की वैरायटी वाली शराब सरकार की दुकानों में मिल रही है और पर्याप्त स्टॉक है कि नहीं इस बात की जानकारी शराब दुकान में  ही मिल सकती है इसलिए हमारे स्वास्थ्य मंत्री शराब दुकान जा पहुंचे और उन्होंने पूछताछ भी की। लोगों को भले ही अचंभा लगा कि स्वास्थ्य मंत्री  जी अस्पताल की जगह शराब की दुकान कैसे  पहुंच गये?स्वास्थ्य मंत्री के शराब दुकान में अचानक पहुंचने की चर्चा अब राजधानी में भी होने लगी है. हालाकि बाद में स्वास्थ्य मंत्री ने अपने इस निरीक्षण को सतत निरीक्षण की प्रक्रिया बतलाते हुये अवैध शराब पर अंकुश लगाने की बात कही।

सुशासन तिहार के मौके पर पहुंचे थे मंत्री

छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने पेंड्रा में एक शराब दुकान का औचक निरीक्षण कर सबको चौंका दिया। सुशासन तिहार के तहत समाधान शिविर में हिस्सा लेने आए मंत्री ने दुकान में साफ-सफाई, रख-रखाव, शराब के ब्रांडों की उपलब्धता और उनकी कीमतों की जांच की। उन्होंने कर्मचारियों को निर्धारित दरों पर ही बिक्री करने के सख्त निर्देश दिए।

 उन्होने कहा कि लोगों को कोई परेशानी तो नहीं हो रही है और कोई गड़बड़ी तो नहीं है, इन सब बातों के मद्दइेनजर मैं गया था, चूंकि ये बॉर्डर का इलाका है। ऐसे में यहां की दुकानों में सभी वैरायटी की शराब है कि नहीं ये भी देखने गया था, ताकि लोगों को सभी प्रकार की शराब आसानी से मिल सके। उन्होने कहा कि सरकार का काम शराब दुकान को सफल रूप से चलाना भी उतना ही जरूरी है जितना कि अन्य काम। अवैध शराब की बिक्री से सरकार को राजस्व का नुकसान होता था।

साथ ही शराब की बिक्री और शराब लेने आने वालों के बीच कोई लॉ एंड आर्डर की स्थिति न बनने पाये इस बाबत निर्देश दिये।शराबियों के लिए कलेक्टर और मंत्री की चिंता अपने आपमें अद्भुत ही कहा जा सकता हैं.छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री इतनी चिंता अस्पतालों की कर लेते तो ज्यादा अच्छा होता.मंत्री के अस्पतालों के दौरे के बाद भी प्रदेश के सरकारी अस्पतालों की हालत बहुत ज्यादा खराब हैं.मंत्री जी cgmsc के कारनामों पर भी थोड़ी चिंता कर लीजिए.

Anil Mishra

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