बिलासपुर

*न्यायधानी की ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त, ट्रैफिक पुलिस के उच्च अधिकारी बेखबर*

छत्तीसगढ़ उजाला

 

बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। न्यायधानी की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस के उच्च अधिकारी शायद इससे बेखबर हैं शहर की ध्वस्त ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए शहर के जागरूक लोगों ने कुछ सुझाव दिए हैं –

👉 शहरों में भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में चार पहिया व तीन पहिया वाहनों के प्रवेश पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए और यहाँ पर ट्रैफिक पुलिस के जवानों की तैनती किया जाना चाहिए, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त किया जा सके l

👉 शहर में आटो रिक्शा व बस को स्टॉपर के जरिए निकाला जाना चाहिए और बेवजह सड़क जाम करने वालों पर सख्त कार्यवाही ट्रैफिक पुलिस को करना चाहिए और बार बार लापरवाही बरतने वालों के वाहनों को जब्त किया जाना चाहिए और आटो रिक्शा व बस के चालकों के लिए ड्रेस कोड अनिवार्य किया जाना चाहिए और इन वाहनों पर किराया सूची भी चस्पा किया जाना चाहिए, जिससे लोगों को मनमाने किराए से छुटकारा मिले और रायपुर के तर्ज पर शहर में भी क्षेत्र के हिसाब से आटो रिक्शा वालों को आटो चलाने की अनुमति ट्रैफिक पुलिस को देना चाहिए और इनके पहचान के लिए आटो रिक्शा को अलग-अलग रंगों से पेंट किया जाना चाहिए, जिससे लोगों को परिवहन का एक बेहतर साधन उपलब्ध हो सके l

👉 शहर में स्कूल, कालेज, कार्यालय व भीड़ भाड़ के समय भारी वाहनों के प्रवेश पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया जाना है, क्योंकि इनके प्रवेश से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है और कई बार लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है जो बहुत ही दुःखद है l

👉 शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु बनाने के लिए शहर के जागरूक लोगों को “ट्रैफिक प्रहरी” बनाया जाना चाहिए और इन्हें ट्रैफिक नियमों का प्रशिक्षण देकर शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर इनकी तैनाती किया जाना चाहिए l

👉 शहर में पार्किंग के लिए स्थान तय कर लोगों को विभिन्न माध्यमों से सूचित किया जाना चाहिए और मल्टी लेवल पार्किंग में वाहनों की निशुल्क पार्किंग कराई जानी चाहिए और इसके लिए अलाऊँस करके लोगों को मल्टी लेवल पार्किंग व अन्य पार्किंग स्थलों पर वाहनों की पार्किंग करने समझाईश दी जानी चाहिए और नो पार्किंग में वाहनों की पार्किंग करने वालों पर सख्त जुर्माना लगाया जाना चाहिए l

👉 शहर के बंद पड़े ट्रैफिक सिग्नलों को दुरुस्त किया जाना चाहिए और सभी ट्रैफिक सिग्नलों पर “ट्रैफिक प्रहरी” की तैनाती किया जाना चाहिए, जो चौक-चौराहों पर नियमों के उलंघन करने वालों के नंबर लिखकर तत्काल ऐसे लापरवाह वाहन चालकों के चालान काटे और अनावश्यक रूप से लगे ट्रैफिक सिग्नल को प्रशासन को हटाना चाहिए l

👉 ट्रैफिक पुलिस द्वारा बंद किए गए यातायात सहायता केन्द्र को फिर से शुरू किया जाना चाहिए, जिससे वाहनों की अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाई जा सके l

👉 आवारा मवेशियों के कारण होने वाली सड़क दुर्घटना रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस व निगम प्रशासन को संयुक्त रूप से शहर में आवारा मवेशियों के गले में रेडियम बेल्ट बांधना चाहिए, जिससे खासकर रात में वाहन चालकों को आवारा मवेशी दिख सके और इनकी वजह से होने वाली सड़क दुर्घटना को टाला जा सके और आवारा मवेशियों की धरपकड़ के लिए नियमित रूप से तीन शिफ्ट में अभियान चलाया जाना चाहिए और आवारा मवेशियों की पहचान के लिए उनके गले में बड़े पुट्ठे में मवेशी मालिक का नाम, पता, मोबाइल नंबर आदि स्पष्ट रूप से लिखा जाना चाहिए, जिससे आवारा मवेशियों की पहचान कर उनके मालिक तक प्रशासन आसानी से पहुँच सके और आवारा मवेशियों को सड़कों पर छोड़ने वालों पर सख्त कार्यवाही प्रशासन कर सके l

Related Articles

Back to top button