*आयुर्वेद चिकित्सालय में फर्जी नियुक्ति का मामला उच्च न्यायालय अधिवक्ता देवेन्द्र सिंह की शिकायत पर अधिकारी ने कहा मामले की जाँच करवायेंगे*
छत्तीसगढ़ उजाला

बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)।बिलासपुर जिले के सरकंडा स्थित आयुर्वेद चिकित्सालय में एक और गलत तरीके से कर्मचारी का चयन विभाग द्वारा किया गया है जिसमें कर्मचारी के द्वारा एक रिजल्ट जारी होने के बावजूद भी एक और प्रमाण पत्र बनवाए है जो कि शासन निर्देशों के विपरित हैं, बता दें कि नियमानुसार जिला समतुल्यता प्रमाण पत्र परीक्षा (कक्षा आठवीं) के प्रमाण पत्र के साथ आवेदन पत्र प्रेषित करेंगे उन उम्मीदवारों को एक शपथ पत्र पेश करना अनिवार्य होगा की उन्होंने समतुल्यता प्रमाण पत्र (कक्षा आठवीं) की परीक्षा देने के पूर्व वर्षो में कक्षा आठवीं की परीक्षा उत्तीर्ण नही की है, यदी इस सम्बंध में कार्यालय द्वारा छानबीन एवम् जॉच में यह पुष्टि होती है की सम्बन्धित उम्मीदवार द्वारा पूर्व वर्षों में आठवी कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण होते हुए भी समतुल्यता प्रमाण पत्र परीक्षा (कक्षा आठवीं) के अनुसार इस पद के लिए आवेदन पत्र प्रेषित किया गया है, तो ऐसी स्थिति में इनका आवेदन पत्र/नियुक्ति आदेश निरस्त करते हुए दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।। ऐसा नियम कहता है इस मामले में बिल्कुल ऐसी ही स्थिति बन रही है, क्योंकि आवेदक का एक रिजल्ट पहले ही था व दुबारा परीक्षा उत्तीर्ण कर विभाग को 97% अंको के साथ रिजल्ट थमा दिया गया, जो कि संदेहास्पद प्रतीत हो रहा है, बरहाल इस मामले में शिकायत की जा चुकी है अब देखने वाली बात यह है कि इस मामले में कब तक कार्यवाही हो पाती है, आयुर्वेद चिकित्सालय के आधिकारी से जब हमने बात की तब उनका कहना था कि मामले की जॉच करवाएंगे।