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डीपीएल सीजन–2: गौरेला फाइटर ने फिर जमाया दबदबा, लगातार दूसरी बार बनी चैंपियन


फाइनल में पेण्ड्रा ईगल 43 रनों पर ढेर, कलेक्टर बोलीं— नेतृत्व मैदान में उतरकर करना पड़ता है

जी. पी. एम. (छत्तीसगढ़ उजाला)-डिपार्टमेंटल प्रीमियर लीग (डीपीएल) क्रिकेट टूर्नामेंट सीजन–2 का फाइनल मुकाबला सोमवार को रोमांचक माहौल में खेला गया। एसडीएम विक्रांत अंचल की टीम गौरेला फाइटर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एसपी एस.आर. भगत की टीम पेण्ड्रा ईगल को करारी शिकस्त दी और लगातार दूसरे वर्ष डीपीएल की ट्रॉफी पर कब्जा जमाया।

फाइनल मैच में गौरेला फाइटर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 117 रनों का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी पेण्ड्रा ईगल की टीम गौरेला फाइटर के घातक गेंदबाजी आक्रमण के सामने टिक नहीं सकी और महज 43 रनों पर ऑलआउट हो गई।

गौरेला फाइटर को ट्रॉफी व ₹51 हजार नकद पुरस्कार

विजेता टीम गौरेला फाइटर को आयोजन समिति द्वारा ट्रॉफी एवं ₹51,000 नगद पुरस्कार प्रदान किया गया। उपविजेता टीम पेण्ड्रा ईगल को ₹31,000 नगद पुरस्कार भाजपा कोषाध्यक्ष रितेश फरमानिया द्वारा दिया गया। वहीं तृतीय स्थान पर रही जिला पंचायत सीईओ मुकेश रावटे की टीम मलनिया मास्टर को ₹15,000 नगद पुरस्कार समाजसेवी पवन सुल्तानिया द्वारा प्रदान किया गया।

महिला वर्ग में जीपीएम चैलेंजर का शानदार प्रदर्शन

महिला वर्ग के फाइनल मुकाबले में कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी की कप्तानी वाली जीपीएम चैलेंजर टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए 16 रनों से जीत दर्ज की। कलेक्टर मंडावी ने बेहतरीन बल्लेबाजी के साथ 2 विकेट लेकर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।

कलेक्टर का संदेश: नेतृत्व मैदान में उतरकर दिखाना होता है

समापन समारोह को संबोधित करते हुए कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने डीपीएल के सफल आयोजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि
“जिले का नेतृत्व करने के लिए मैदान में स्वयं भी उतरना पड़ता है।”

उन्होंने कहा कि इस आयोजन में सभी शासकीय अधिकारी और कर्मचारी सहभागी बने, जिससे आपसी समन्वय और टीम भावना मजबूत हुई। अपनी टीम की जीत का श्रेय उन्होंने जिला पंचायत सीईओ मुकेश रावटे एवं एएसपी ओम चंदेल द्वारा दी गई कोचिंग को दिया।
कलेक्टर ने कोटवार भारत कुमार सहित विभागीय ड्राइवरों के खेल प्रदर्शन की विशेष सराहना करते हुए कहा कि प्रतिभा किसी पद की मोहताज नहीं होती।

डीपीएल आयोजन समिति

डीपीएल का सफल आयोजन शिक्षक मैत्री समूह के सदस्यों — नागेन्द्र सिंह, रितेश सिंह, अंबुज मिश्रा, जितेन्द्र जायसवाल, विनोद तिग्गा, संजय कैवर्त एवं संजय टांडिया के नेतृत्व में संपन्न हुआ।

समापन समारोह में रहे उपस्थित

जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजा उपेन्द्र बहादुर सिंह, कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी, जिला पंचायत सीईओ मुकेश रावटे, एएसपी ओम चंदेल, अपर कलेक्टर अमित बेक, एसडीएम विक्रांत अंचल, एसडीओपी दीपक मिश्रा, सिविल सर्जन डॉ. देवेंद्र पैकरा, समाजसेवी पवन सुल्तानिया, भाजपा कोषाध्यक्ष रितेश फरमानिया सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, कर्मचारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

डीपीएल में भाग लेने वाली टीमें

जीपीएम चैलेंजर, पेण्ड्रा ईगल, मलनिया मास्टर, बस्ती बगरा, राजमेरगढ़, गौरेला फाइटर, मरवाही मेवरिक्स, केवची टस्कर्स और पतगवा पेंथर।

पुरस्कार सूची

मैन ऑफ द सीरीज: विक्की चक्रधारी

फाइनल मैन ऑफ द मैच: विक्की चक्रधारी (गौरेला फाइटर)

महिला वर्ग बेस्ट बॉलर: कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी

महिला बेस्ट बैट्समैन व मैन ऑफ द मैच/सीरीज: रुद्रानी साहू

पुरुष बेस्ट बैट्समैन: विक्की (गौरेला फाइटर)

बेस्ट बॉलर: बलराम वासुदेव (पेण्ड्रा ईगल)

बेस्ट फील्डर: अंशुल बैगा (मलनिया)

बेस्ट विकेटकीपर: मुकेश रावटे (मलनिया)

फेयर प्ले अवार्ड: राजमेरगढ़

तीन दिवसीय इस रोमांचक टूर्नामेंट ने न केवल खेल प्रतिभा को मंच दिया, बल्कि शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच आपसी समन्वय, टीम भावना और सौहार्द को भी मजबूत किया। डीपीएल जैसे आयोजन यह संदेश देते हैं कि प्रशासनिक दायित्वों के साथ-साथ खेल और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा भी कार्यक्षमता बढ़ाने का सशक्त माध्यम है। खिलाड़ियों के उत्साह, दर्शकों की भरपूर मौजूदगी और सफल आयोजन ने यह स्पष्ट कर दिया कि डीपीएल आने वाले वर्षों में जिले का एक प्रतिष्ठित खेल महोत्सव बनकर उभरेगा।

प्रशांत गौतम

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