गौरेला पेंड्रा मरवाही

23 को विराजेंगी पेंड्रा की बड़ी महाकाली , जगतजननी महाकाली शीतला सेवा समिति पेंड्रा का शानदार 10वा वर्ष आयोजन, सज़ा भव्य पंडाल

पेंड्रा की बड़ी महाकाली का कल 23/9/25 को होगा भव्य आगमन शोभायात्रा

पेंड्रा – जगतजननी महाकाली शीतला सेवा समिति पेंड्रा हर वर्ष की भांति इस वर्ष माँ काली उत्सव की भव्य तैयारी में जुटा हुआ है। 23 सितंबर को पेंड्रा की बड़ी महाकाली का आगमन होगा। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी महाकाली का भव्य पंडाल तैयार किया गया है जिसमें महाकाली को अतिप्रिय लाल कलर थीम से पंडाल सजाया गया है। महाकाली की भव्य शोभायात्रा दिनांक 23 सितंबर को शाम 4 बजे खेरमाई चौक गौरेला से निकलकर पेंड्रा शाम 6 बजे नगर आगमन होगा इस दौरान पेंड्रा बस स्टैंड चौक मे माँ काली आगमन स्वागत हेतु गंगा महाआरती के साथ छत्तीसगढ़ का बिगेस्ट झांकर धुमाल बैंड, रितेश लाइट कवर्धा, एलोंन डीजे आकर्षित लाइटिंग, शानदार रथ, फूलो की वर्षा, आतिशबाजी इत्यादि की प्रस्तुति होगी। काली पूजन के दौरान समिति हर दिन विविध आयोजन कराने की तैयारी में जुटी है। गौरेला के मूर्तिकार माता महाकाली की भव्य आकर्षक प्रतिमा तैयार कर रहे हैं। नवरात्रि के तीसरे दिन विधि-विधान के साथ यहां महाकाली की स्थापित होगी.

माता महाकाली के आगमन की जोर-सोर से तैयारी की जा रही है।
माता काली का स्वागत करने के लिए पूरे शहर के श्रद्धालुजनों को आमंत्रित किया गया है। वहीं श्रद्धालुओं ने कई जगह पर स्वागत का कार्यक्रम भी रखा है,जगत जननी महाकाली शीतला सेवा समिति पेंड्रा सदस्यों ने बताया कि पिछले 9 वर्षो से पेंड्रा की बड़ी महाकाली बैठाई जा रही है,आयोजन का ये शानदार 10वा वर्ष है,
जीपीएम जिले के आसपास के गांव से भी काफी संख्या में श्रद्धालु मां काली के दर्शन को आते हैं. हर दिन प्रसाद भोग भंडारे का आयोजन समिति द्वारा किया जाता है.

9 साल पहले शीतला सरोवर के किनारे शीतला मंदिर के सामने माँ काली पूजा की शुरुआत की नीव जगतजननी महाकाली समिति पेंड्रा के सदस्यों ने की थी। 2016 मे ज़ब पहली बार समिति के सदस्यों ने मिलकर माँ काली की प्रतिमा बैठाने की योजना बनायीं तब पहले वर्ष 7 फिट की छोटी मूर्ति 3 दिन बैठाकर माँ काली पूजन की शुरुआत हुई, साथ ही मां काली का विसर्जन यात्रा दशहरे के दूसरे दिन करने का निर्णय लिया जो अब एक परम्परा बन गयी है जो अब काली दशहरा के नाम से पूरे शहर में फेमस है. जिसे देखने दूर-दूर से भक्त आते हैं. अब हर वर्ष पुरे धूम धाम से 9 दिन माँ काली की मूर्ति बैठाई जाती है, साथ ही साथ मां काली की विशेष आकर्षित आगमन यात्रा पुरे नगर चर्चा का विषय होती है जिसमें शामिल होने दूर-दूर से भक्त आते हैं,
वही हर वर्ष दशहरे के दूसरे दिन ma काली दशहरा आयोजित किया जाता है, जिसमे विशाल रक्तबीज का दहन, आकर्षित झाँकिया, जागरण, मेला, भव्य आतिशबाजी,इत्यादि कार्यक्रम भी समिति द्वारा आयोजित की जाते हैं.

प्रतिवर्ष महाष्टमी के दिन शाम की आरती में छप्पन भोग का प्रसाद माँ को चढ़ाया जाता है, एवं रात में 12:00 माँ काली की विशेष निशा आरती एवं शस्त्र पूजा की जाती है. समिति द्वारा नवमी के दिन कन्या भोजन एवं विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है वही अष्ट्मी के दिन श्रृंगार सामाग्री जैसे चूड़ी बिंदी चुनरी इत्यादि सभी माता बहनें को प्रसाद के रूम में वितरण किया जाता है।

वही समिति के सदस्य शैलेश सोनी ने बताया की महाकाली की प्रेरणा वर्ष 2021 मे माँ की कृपा से अजब सजी है महाकाली माँ पेंड्रा वाली जसगीत सुंदरानी म्यूजिक रायपुर से उनकी आवाज मे रिलीज किया गया था जो बहुत पसंद किया जारहा है.आगे भी माताकाली के भजन रिलीज किये जायेंगे..

समिति के सदस्यों में प्रमुख रूप से शैलेश सोनी, विशाल वाधवानी, हिमांशु गुप्ता, अंकित केसरवानी,हिमांशु साहू, सोयम केशरवानी, यश बजाज,नितिन धुर्वशी, राहुल साहू निखिल बजाज, ,रिंकू साहू, विक्की गुप्ता, अभिषेक तिवारी, ऋषभ साहू,आकाश केशरी, अभ्यास श्रीवास, अक्षत गुप्ता, इत्यादि सभी सदस्य शामिल रहते है.. माँ काली पूजन कार्यक्रम में पुजारी शीतला मंदिर पंडित श्रीधर उर्मालियाव अन्य के द्वारा किया जाता है.
साथ ही साथ पूरे नगर के सभी समाजसेवी एवं भक्तजनों का विशेष सहयोग से इतना बड़ा कार्यक्रम हर वर्ष आयोजित किया जाता है.

प्रशांत गौतम

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