*नवविवाहिता की घर में फांसी के फंदे पर लटकी मिली लाश, रिस्तेदारो को बताती थी अपनी परेशानी*
छत्तीसगढ़ उजाला

बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। चकरभाठा क्षेत्र में रहने वाली नवविवाहिता की घर में फांसी के फंदे पर लटकी लाश मिली है। प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि महिला कुछ दिनों से अपने ससुराल के रिश्तेदारों और मायके वालों को फोन कर मदद मांग रही थी। वह ससुराल के रिश्तेदाराें और मायके वालों को पति और सास व ननद द्वारा प्रताड़ना की शिकायत करती और उन्हें समझाने के लिए लगातार कह रही थी। पुलिस ने शव का पीएम कराया है। बयान के आधार पर पुलिस आगे की जांच कर रही है।
एक साल पहले हुई थी शादी
चकरभाठा के वार्ड नंबर सात में रहने वाला शाहिद कुरैशी बिजली विभाग में नौकरी करता है। करीब एक साल पहले उसकी शादी अकलतरा में रहने वाली अफरोज निशा से हुई। इसके बाद अफरोज ससुराल में रह रही थी। अफरोज की सास नगर पंचायत में काम करती है। उसकी ननद वकालत करती है। सोमवार की सुबह शाहिद अपनी ड्यूटी पर चला गया। उसकी मां और बहन भी काम पर चली गई। दोपहर करीब दो बजे शाहिद किसी काम से घर आया। शाहिद ने मोहल्ले के लोगों को बताया कि अफरोज की लाश फांसी के फंदे पर लटक रही है। तब मोहल्ले के लोग वहां पहुंचे।
रिश्तेदारों को कॉल कर बताया दुख
घटना की सूचना पर पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पीएम कराया है। प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि अफरोज कुछ दिनों से बहुत परेशान थी। उसने अपने ससुराल के रिश्तेदारों को कॉल कर पति और सास व ननद की करतूत के संबंध में बताया था। साथ ही उसने परिवार के लोगों को पति और सास व ननद काे समाझाने की मिन्नतें भी की थी। इस पर ससुराल के लोगों ने उन्हें समझाईश देकर बहू को अच्छे से रखने भी कहा। तब शाहिद और उसकी मां ने अपने ही रिश्तेदारों से हुज्जतबाती की थी। पुलिस को आशंका है कि प्रताड़ना से तंग आकर महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। पीएम रिपोर्ट से मौत का कारण स्पष्ट होगा।
घटना की सूचना पर अफरोज के मायके वाले भी चकरभाठा पहुंच गए। मायके वालों ने बताया कि शादी के बाद से ही शाहिद और उसकी मां दहेज की मांग करने लगे थे। बेटी को प्रताड़ित करने की जानकारी होने पर अफरोज के मायके वालों ने उधारी लेकर शाहिद के एकाउंट में एक लाख रुपये ट्रांसफर भी किए थे। इसके बाद भी उनकी प्रताड़ना कम नहीं हुई। इधर शाहिद के रिश्तेदारों ने भी उन्हें समझाने का प्रयास किया था। अफरोज की मां का निधन शादी से पहले ही हो चुका है। भाई और पिता ने उसे किसी तरह पालकर बड़ा किया था। उसकी मौत की जानकारी लगते ही पिता और भाई सदमे में आ गए।
बेटी का शव देने किया इन्कार
अफरोज की मौत की जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में उसके मायके वाले चकरभाठा पहुंच गए। उन्होंने अफरोज के ससुराल वालों से बात की। तब उन्होंने भी प्रताड़ना की बात कहते हुए अफरोज को न्याय दिलाने में सहयोग करने की बात कही। अफरोज के चाचा ससुर ने अपने ही भतीजे की करतूत पुलिस को बताई। इसके बाद अफरोज के पिता और भाई ने पति को शव सौंपने पर आपत्ति की। इधर ससुराल के अन्य रिश्तेदारों ने भी अफरोज के पिता का पक्ष लिया। जिसके बाद पुलिस ने शव पिता और भाई को सौंप दिया है। वे शव लेकर अकलतरा चले गए हैं।