छत्तीसगढ़ : निरीक्षक संवर्ग के अफसर के प्रमोशन और वेतनमान की विसंगति पर ध्यान देने की मांग
छत्तीसगढ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। प्रदेश में पुलिस बल की महत्वपूर्ण कड़ी उप निरीक्षक संवर्ग के अधिकारियों की पदोन्नति और वेतनमान में विसंगति पर चिंता जताते हुए गृह मंत्री को पत्र लिखा गया है। पत्र में कहा गया है कि सीधी भर्ती के 1999 बैच के उप निरीक्षकों को 25 वर्षों की सेवा के बावजूद केवल एक ही पदोन्नति मिली है, जबकि आरक्षक के पद पर नियुक्त कर्मचारी चार-चार पदोन्नति प्राप्त कर निरीक्षक के पद पर हैं।
पत्र में यह भी उल्लेखित किया गया है कि 1998 से 2000 तक नियुक्त हुए निरीक्षकों की तुलना में सुबेदार और प्लाटून कमांडर उप पुलिस अधीक्षक के पद पर पदोन्नत हो चुके हैं। इसके अलावा, राज्य शासन के आदेश अनुसार उप पुलिस अधीक्षक के 65 सांख्येत्तर पदों की स्वीकृति दी गई थी, जिनमें से 17 पद वर्तमान में भी रिक्त हैं।
पत्र में मांग की गई है कि 40+16 = 56 रिक्त पदों पर पदोन्नति दी जाए। अगर सांख्येत्तर पदों की स्वीकृति में कठिनाई हो, तो सीधी भर्ती के 40 रिक्त उप पुलिस अधीक्षक पदों को जोड़कर कुल 66 पदों पर पदोन्नति देने की सिफारिश की गई है। इस कदम से कोई अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं आएगा।