
रायपुर(छत्तीसगढ़ उजाला)-2003 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रतन लाल डांगी ने अपने ऊपर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर सफाई देते हुए महिला पर ब्लैकमेलिंग और षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। डांगी ने इस संबंध में विभागीय शिकायत भी दर्ज कराई है। उनका कहना है कि वे नए पुलिस कमिश्नर की रेस में शामिल हैं, इसलिए उन्हें रोकने के लिए यह सुनियोजित साजिश रची गई है।
डांगी के मुताबिक, आरोप लगाने वाली युवती विवाहित है और उसका पति भी पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है। महिला उन्हें योग प्रशिक्षण देने के दौरान संपर्क में आई थी। डांगी का दावा है कि इसके बाद महिला और उसका पति लगातार उन्हें ब्लैकमेल करते रहे। उन्होंने बताया कि उन्होंने स्वयं डीजीपी से पूरे मामले की जांच कराने का आग्रह किया है।
डांगी का विस्तृत बयान : “धमकियों, ब्लैकमेल और मानसिक प्रताड़ना से गुज़रा मेरा परिवार”
डांगी ने डीजीपी को भेजी अपनी विस्तृत शिकायत में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने लिखा है कि संबंधित महिला उनके कार्यालय में जहर की शीशी लेकर पहुंची और उन्हें अपनी पत्नी से संबंध तोड़ने की शर्तें मानने को मजबूर किया।
उनकी शिकायत के मुताबिक, महिला ने दबाव डाला कि –
वे अपनी पत्नी से बात या मुलाकात नहीं करेंगे।
व्हाट्सएप या कॉल पर पत्नी से संपर्क नहीं रखेंगे।
पत्नी को गाड़ी में नहीं ले जाएंगे, न ही किसी समारोह या खरीदारी में साथ ले जाएंगे।
रात में बालकनी में सोकर 8 घंटे की लाइव लोकेशन भेजेंगे।
सुबह 5 बजे से वीडियो कॉल चालू रहेगा, जिसे केवल वह (महिला) ही बंद कर सकेगी।
डांगी के अनुसार, महिला ने उनके निजी क्षणों के वीडियो और स्क्रीनशॉट लेकर ब्लैकमेलिंग शुरू की। विरोध करने पर उसने आत्महत्या का नाटक किया, ब्लेड से हाथ काटे, और जहर पीने की धमकी दी।
उन्होंने कहा कि महिला अक्सर उनके कार्यालय में जहर की शीशी लेकर आती थी और धमकाती थी कि अगर उसकी बात नहीं मानी गई तो वह वहीं आत्महत्या करके उन्हें फंसा देगी।
डांगी ने दावा किया कि इन लगातार धमकियों और भय के कारण उन्हें अपनी पत्नी और बच्चों से दूरी बनानी पड़ी, जिससे पूरा परिवार मानसिक अवसाद का शिकार हो गया।
उन्होंने बताया कि
> “यहां तक कि जब मेरी मां कैंसर से पीड़ित थीं, तब भी महिला ने मेरी पत्नी को अस्पताल ले जाने से रोका। बहन की मृत्यु के समय भी उसने धमकी दी कि अगर पत्नी साथ आई तो आत्महत्या कर लेगी।”
डांगी ने यह भी कहा कि महिला ने उनके घर में जबरन प्रवेश कर हंगामा किया, उनके स्टाफ को अश्लील तस्वीरें दिखाईं और उनके जानने वालों के बीच चरित्र हनन की कोशिश की।
“यह षड्यंत्र है, जांच से सच्चाई सामने आएगी” – डांगी
डांगी ने अपनी शिकायत में लिखा है कि महिला और उसके पति ने भयदोहन (ब्लैकमेलिंग), मानसिक प्रताड़ना, मानहानि और आपराधिक धमकी जैसे अपराध किए हैं। उन्होंने डीजीपी से अनुरोध किया है कि इन आरोपों की गंभीरता से जांच कर एफआईआर दर्ज की जाए।
उन्होंने यह भी बताया कि महिला उन्हें चैट और वीडियो के स्क्रीनशॉट साझा करने से रोकती थी, इसलिए 13 अक्टूबर 2025 से पहले के डिजिटल साक्ष्य उनके पास नहीं हैं। लेकिन वे साक्ष्य महिला के मोबाइल की फोरेंसिक जांच से प्राप्त किए जा सकते हैं।
कौन हैं IPS रतन लाल डांगी?
2003 बैच के आईपीएस अधिकारी रतन लाल डांगी छत्तीसगढ़ पुलिस में एक जाने-माने नाम हैं।
मूलतः राजस्थान से आने वाले डांगी ने 2002 की लोक सेवा परीक्षा में 226वीं रैंक हासिल की थी।
उन्होंने बीजापुर, कांकेर, कोरबा और बिलासपुर जिलों में एसपी के रूप में कार्य किया है। इसके अलावा वे कांकेर, दंतेवाड़ा, राजनांदगांव और सरगुजा रेंज में डीआईजी और आईजी के रूप में भी तैनात रह चुके हैं। वर्तमान में वे चंद्रखुरी पुलिस एकेडमी में पदस्थ हैं।
डांगी को दो बार राष्ट्रपति वीरता पदक और एक बार सराहनीय सेवा पदक से सम्मानित किया जा चुका है।
वे फिटनेस और योग के प्रति विशेष रूप से समर्पित हैं, और सोशल मीडिया पर उनकी काफी बड़ी फॉलोइंग है।
जांच समिति गठित
इस पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी आनंद छाबड़ा और आईपीएस मिलना कुर्रे को सौंपी गई है।
जांच रिपोर्ट आने के बाद विभाग आगे की कार्रवाई तय करेगा।



