मरवाही में पार्षद की मनमानी जारी — शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई, नगर पंचायत की मिलीभगत से खुलेआम भ्रष्टाचार

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही(छत्तीसगढ़ उजाला)-
मरवाही नगर पंचायत क्षेत्र में विकास कार्यों की आड़ में भ्रष्टाचार का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा। वार्ड क्रमांक 2 में पार्षद नारायण श्रीवास पर बीटी रोड निर्माण कार्य में गंभीर अनियमितताओं और मनमानी के आरोप लग रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, वार्ड क्रमांक 2 एवं 3 में स्वीकृत बीटी (डामर) रोड स्व. सूरदास जी के घर से मयाराम के घर तक बनना था, लेकिन बिना नई निविदा जारी किए निर्माण कार्य का रूट बदलकर लोहारी बस स्टैंड से स्व. सागर महाराज जी के घर तक कर दिया गया। घटिया निर्माण के चलते सड़क कुछ ही महीनों में बारिश में बह गई, जिसके बाद अब उसी स्थान पर मात्र 1 इंच मोटा सीमेंट कांक्रीट का लेप लगाकर “मरम्मत” के नाम पर नए कार्य का दिखावा किया जा रहा है।
सबसे हैरानी की बात यह है कि निर्माण स्थल पर न तो सूचना पटल लगाया गया है, न स्वीकृति राशि का उल्लेख है और न ही कार्य के मानक मापदंडों का पालन किया गया है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह सब नगर पंचायत अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा है और पार्षद नारायण श्रीवास खुलेआम मनमानी कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि जिस स्थान पर अब नया सीसी रोड बनाया जा रहा है, वहां पहले ही ग्राम पंचायत लोहारी के सरपंच द्वारा सीसी रोड बनवाया गया था। इसके बावजूद उसी जगह दोबारा निर्माण कार्य शुरू कर देना पारदर्शिता पर सवाल खड़े करता है।
स्थानीय लोगों ने कई बार शिकायतें दर्ज कराई हैं, लेकिन अब तक न तो कोई अधिकारी मौके पर जांच के लिए पहुंचा और न ही किसी स्तर पर कार्रवाई हुई है। इससे नगरवासियों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
सामाजिक संगठनों का कहना है कि अगर जल्द ही जांच शुरू नहीं की गई तो वे सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
मरवाही में विकास कार्यों के नाम पर हो रहा यह कथित भ्रष्टाचार अब जनआक्रोश का विषय बन चुका है — और नगर पंचायत की चुप्पी इस पूरे प्रकरण पर कई सवाल खड़े कर रही है।