*राजधानी के बार मे गुंडागर्दी….पुलिस की कार्यशैली पर उठने लगे सवाल…..बिना बिल दिए बार मे गुंडों ने की तोडफ़ोड़……*

छत्तीसगढ़ उजाला रायपुर
छत्तीसगढ़ उजाला | विशेष रिपोर्ट
प्रदेश में बढ़ते अपराधों ने एक बार फिर पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बीते कुछ दिनों में चोरी, लूट, हत्या और बलात्कार जैसी घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हुई है। वहीं अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं, जबकि पुलिस घटनाओं के बाद केवल खानापूर्ति करती नजर आती है। राजधानी के एक बार रेस्टोरेंट में गुंडागर्दी करने की घटना सामने आई.असामाजिक तत्वों की गुंडागर्दी से व्यापरियों में नाराजगी भी दिखने लगी हैं.बिना बिल दिए खाने-पीने वाले असमाजिक तत्वों ने बार के स्टाफ को मारा.
राजधानी में पुलिस प्रशासन की कमजोरी नज़र आने लगी हैं.असमाजिक तत्वों की गुंडागर्दी चरम में हैं रायपुर के बार में खाने-पीने के बिल को लेकर मारपीट हो गई है। लड़कों ने पहले शराब पिया, फिर जब वेटर बिल लेकर आया। तो लड़कों ने बिल ज्यादा दिए हो कहकर गाली-गलौज कर मारपीट कर दी। उन्होंने बार में रखे कंप्यूटर और शराब बोतलें भी तोड़ दी। फिर आरोपी मौके से फरार हो गए।
राजधानी के नागरिकों का कहना है कि पुलिस केवल थाना स्तर पर कार्रवाई के नाम पर केवल कागजी कार्यवाही करती है। कई मामलों में तो पीड़ितों को रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए भी भटकना पड़ता है। इससे जनता का भरोसा पुलिस से उठता जा रहा है।कहीं न कही पुलिस को अपनी कार्यशैली को सही करने की आवश्यकता हैं.अपराध नियंत्रण के लिए सिर्फ सख्त कानून नहीं, बल्कि उसका ईमानदारी से पालन भी जरूरी है।जनता की सुरक्षा राज्य का पहला दायित्व है। यदि पुलिस प्रशासन अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन नहीं करता, तो अपराधियों के हौसले यूँ ही बढ़ते रहेंगे। अब ज़रूरत है कि शासन स्तर पर ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि आम नागरिक खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें।
मामला पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के भाटागांव स्थित जिलेट बार का है।होटल में कार्यरत राहुल साहू ने बताया कि वह बार में पिछले 6 महीने से वेटर का काम कर रहा है। 3 अक्टूबर की शाम भी लोगों को खाने पीने की सप्लाई कर रहा था। इस दौरान विवेक धनगर नाम का युवक अपने साथियों के साथ शराब पीने आया। फिर वह राहुल के साथ जल्दी सर्विस दो बोलकर गाली गलौज करने लगा।जब वेटर ने बिल लाया तो आरोपी बिल ज्यादा है कहकर भड़क गया। उसने राहुल के साथ धक्का मुक्की मारपीट शुरू कर दी। इस मारपीट में वे क पीठ और हाथों में चोटें आई है। आरोपियों ने बाहर के काउंटर में रखे कंप्यूटर और शराब की बोतल को तोड़ दिया। इस मामले में शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है।राजधानी में बढ़ते अपराध को कम कर पाने में पुलिस प्रशासन असहाय नज़र आता है.ऐसा ही रहा तो छत्तीसगढ़ में व्यापारी व्यवसाय कैसे करेंगे.सरकार में बैठे जिम्मेदार लोगों को इस विषय पर मनन करने की आवश्यकता है