*केंद्रीय मंत्री तोखन साहू डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती के संगोष्ठी कार्यक्रम में शामिल हुए, पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी*
छत्तीसगढ़ उजाला

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (छत्तीसगढ़ उजाला)। गौरेला में केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू आज अपने एक दिवसीय दौरा कार्यक्रम में गौरेला पहुंचे जहां पर वे डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती के तहत संगोष्ठी कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान स्थानीय रेस्ट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए स्थानीय मुद्दों के साथ पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर भी काफी आक्रामक दिखाई दिए।
पत्रकारों से चर्चा मे उन्होंने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे “कायराना हरकत” करार देते हुए कहा कि केंद्र सरकार इस हमले को अत्यंत गंभीरता से ले रही है और आतंक के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” की नीति पर पूरी तरह से अडिग है। मंत्री तोखन साहू ने कहा कि इस हमले में आतंकियों ने निर्दोष लोगों की धर्म पूछ-पूछ कर हत्या की, जो बेहद निंदनीय है। “जिस तरह से धर्म देखकर लोगों को मारा गया, यह साबित करता है कि आतंकवादियों की मानसिकता कितनी विभाजनकारी है,” उन्होंने कहा। साथ ही उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना की गंभीरता को देखते हुए अपना विदेश दौरा रद्द कर तुरंत भारत वापसी का निर्णय लिया।
वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर मंत्री साहू ने कहा कि यह कानून संसद के दोनों सदनों—लोकसभा और राज्यसभा—से पर्याप्त चर्चा के बाद पारित हुआ है और अब यह देश का कानून बन चुका है। “यह देश कानून से चलता है, न कि सड़कों पर उतरने से,” उन्होंने विरोध करने वाले संगठनों को चेताया। उन्होंने कांग्रेस, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और अन्य विपक्षी दलों पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा, “यह कानून मुस्लिम समाज की विधवा, परित्यक्ता और अन्य वंचित बहनों को अधिकार देगा, जिससे उनका सशक्तिकरण होगा।