बिलासपुर

*चर्चित सरकंडा में जमीन फर्जीवाड़ा मामले में राजस्व निरीक्षक व पटवारी की जमानत याचिका हुई खारिज* *फरार चल रहे दोनों आरोपी क्या पुलिस करेगी कार्यवाही*

छत्तीसगढ़ उजाला

 

बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। बिलासपुर जिले के सरकंडा क्षेत्र में चर्चित जमीन धोखाधड़ी मामले में एक व्यक्ति की जमानत याचिका को न्यायाधीश सुनील कुमार जायसवाल ने सुनकर उसे जमानत दे दिया गया तो वही दो शासकीय सेवक जो कई दिनों से फरार चल रहे हैं जिसमें से एक वर्तमान में राजस्व निरीक्षक है जो कि कमल कौशिक हैं व इसी मामले में एक पटवारी भी संलिप्त हैं चंद्रराम बंजारे जिसकी याचिका को विशेष न्यायाधीश सुनील कुमार जायसवाल (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) में इन दोनों की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया है, इस पूरे मामले में कोर्ट ने यह कहा है कि पटवारी राजस्व विभाग का शासकीय कर्मचारी होता हैं, जिसका दायित्व भूमि का प्रथम संरक्षण के रूप में है तथा उसका नैतिक दायित्व है कि भूमि शासकीय हो या निजी अतिक्रमण, हेराफेरी व कब्जे की जानकारी अपने उच्च शासकीय अधिकारियों को दे परन्तु आरोपी द्वारा उक्त तथ्यों को जानत हुए भी २२ बिंदु का प्रतिवेदन तैयार किया गया व जांच में सहयोग भी नहीं किया गया इसलिए अग्रिम जमानत याचिका उचित नहीं है, अब देखने वाली बात यह है कि इस पूरे मामले में में पुलिस इन दोनों आरोपी को कब तक गिरफ्तार करती हैं।

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