*छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाही और सियासी उठापटक….* *कांग्रेसियों के ऊपर ईडी ने करवाई एफआईआर……* *सूबे के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी छापे को लेकर दिया बड़ा बयान…*

●छत्तीसगढ़ उजाला●
छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाही और सियासी उठापटक….मुख्यमंत्री साय ने दिया बड़ा बयान……
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने कल छापेमारी की है. ED की इस कार्रवाई से कांग्रेस के राज्य और राष्ट्रीय स्तर के नेताओं की प्रतिक्रिया भी आ गई।इस बीच सूबे के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी छापे को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 5 साल की कांग्रेस सरकार में तरह-तरह के घोटाले हुए,उसकी जांच सेंट्रल एजेंसियां कर रही है. कई लोग जेल के अंदर भी हैं. ED सेंट्रल एजेंसी है, उससे हमारा कोई लेना देना नहीं है.
बता दें कि भूपेश बघेल के निवास पर ED की टीम ने कल छापेमारी की है. जानकारी के अनुसार, ED की टीम भिलाई स्थित भूपेश बघेल के आवास सहित चैतन्य बघेल के घर और प्रदेशभर में कुल 14 ठिकानों पर ईडी की टीम ने दबिश दी है. फिलहाल, ईडी की अलग-अलग टीमें रायपुर, भिलाई सहित अन्य जिलों में एक साथ छापेमारी की है, जहां महत्वपूर्ण दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है.
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान..
आवास पर ईडी की छापेमारी के बाद छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा, “मैं अखबार पढ़ रहा था और चाय पी रहा था, तभी ईडी की टीम आई। मैंने उनसे कहा कि उनका स्वागत है और मैं महीनों और सालों से उनका इंतजार कर रहा था। मेरी पत्नी, तीन बेटियां, बेटा, बहू, पोते और पोतियां यहां रहते हैं। हम खेती करते हैं। इस संयुक्त परिवार में हम 140 एकड़ जमीन पर खेती करते हैं। हमारे पास वही था, जो हमने घोषित किया था। उन्होंने इसकी जांच की। अलग-अलग लोगों से 33 लाख रुपये नकद मिले, मेरी पत्नी, बेटे, बहू और बेटियों से। हम खेती भी करते हैं और डेयरी भी चलाते हैं। इसमें स्त्रीधन भी शामिल है। हमने उनसे कहा कि हम उन्हें लिखकर देंगे कि उन्हें हमारे घर से 30-33 लाख रुपये मिले हैं। ऐसा माहौल बनाया गया कि नोट गिनने वाली मशीनें लाई गई हैं। मुझे नहीं लगता कि यह बहुत बड़ी रकम है। यह साफ है कि अब विधानसभा में सवाल पूछना अपराध हो गया है। कवासी लखमा ने सवाल पूछे और ईडी 8 दिन के अंदर उनके आवास पर थी, 8 दिन के अंदर उन्हें जेल भेज दिया गया। मैंने विजय शर्मा से गरीबों के लिए आवास के बारे में पूछा। चौथे दिन, वे (ईडी) मेरे आवास पर आ गए।”
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसे अपने साथ हो रहे मामले को ‘षड्यंत्र’ बता रहे है।अगर इस षड्यंत्र से कोई पंजाब में कांग्रेस को रोकने का प्रयास कर रहा है, तो यह गलतफहमी है।
वही भाजपा नेताओं का कहना है कि जो खुद लोकसभा चुनाव जीत नही सके वैसे कांग्रेस नेता पंजाब मे क्या कर लेंगे।कांग्रेस के लोगो को अपनी मानसिकता सही करने की आवश्यकता है
ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग और आर्थिक अनियमितताओं से जुड़े मामलों में की जा रही है. हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह छापेमारी किस विशेष मामले से जुड़ी हुई है. बताया जा रहा है कि शराब घोटाला, कोयला घोटाला और महादेव सट्टा ऐप मामले में पूर्व सीएम भूपेश बघेल का नाम सामने आया था, जिसके बाद से ही वे ईडी के रडार पर थे.
पुलिस के जवानों ने मुश्किल से ईडी के अधिकारियों को भूपेश बघेल के घर से रवाना किया। इस दौरान ईडी की गाड़ी पर पत्थर भी फेंका गया। ईडी ने कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छत्तीसगढ़ में 14 जगहों पर छापेमारी की है। ईडी को छापेमारी के दौरान 30 लाख रुपये कैश, पेन ड्राइव और कुछ दस्तावेज मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है। ईडी के डिप्टी डॉयरेक्टर लेवल के अधिकारी की गाड़ी पर भी हमला हुआ है। फिलहाल ईडी इस बाबत कानूनी कार्रवाई कर रही है।ईडी ने पुलिस थाने में एफआईआर भी करवाई है।जिसमे ईडी ने अपनी कार पर पत्थर मारने का आरोप लगाया है।जिस पर पुलिस ने करीब 35 कांग्रेसियों पर अपराध दर्ज किया है।पूर्व सीएम के बेटे चैतेन्य बघेल को अपने कार्यालय आने को कहा है।अब आगे बहुत कुछ होने की चर्चा भी बाजारों में चल रही है।