बिना टैक्स जमा किये ही हाउसिंग बोर्ड विवादित क्वींस क्लब को लीज पर देने की तैयारी में……क्या निगम को टैक्स दिए बिना ही हाउसिंग बोर्ड लीज पर दे सकता है….? बोर्ड के कमिश्नर की कार्यशैली पर उठने लगे सवाल…..

रायपुर @ छत्तीसगढ़ उजाला
राजधानी के सबसे चर्चित क्वींस क्लब को हाउसिंग बोर्ड फिर एक बार लीज पर देने जा रहा है। हाउसिंग बोर्ड ने इसके लिए अपनी ओर से प्रक्रिया शुरू भी कर दी है। दूसरी ओर, क्लब पर प्रॉपर्टी टैक्स के रूप में 76 लाख रुपए का बकाया आज भी बना हुआ है। इसके पूर्व संचालक ने नगर निगम में यह टैक्स आज तक जमा नहीं किया है। अब हाउसिंग बोर्ड क्लब को 10 साल की लीज पर देने जा रहा है। इस मामले से कई सवाल खड़ा हो रहे है कि बिना प्रॉपर्टी टैक्स जमा हुए आखिर हाउसिंग बोर्ड किस आधार पर लीज में दे रहा है?इस मामले पर हाउसिंग बोर्ड के एक अधिकारी ने छत्तीसगढ़ उजाला को बताया कि हमने यह प्रॉपर्टी लीज में बत्रा को दी थी।इनके द्वारा हमारे अग्रीमेंट का उल्लंघन किया जा रहा था जिस पर हमारे द्वारा इस प्रॉपर्टी को खाली करवाकर अपने पास रख लिया था। पूर्व संचालक बत्रा ने निगम को टैक्स जमा नही किया है।वर्तमान में इसका संचालन हाउसिंग बोर्ड कर रहा है।इस टैक्स वसूली को लेकर अब नगर निगम और हाउसिंग बोर्ड आमने सामने है।
बिना टैक्स एनओसी के ही लीज पर कौन लेगा…हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर की कार्यशैली पर भी उठने लगे सवाल
उल्लेखनीय है कि वीआईपी रोड पर स्थित क्वींस क्लब हाउसिंग बोर्ड की जमीन पर बना है। इसे हाउसिंग बोर्ड फिर लीज पर देने जा रहा है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू भी कर दी गई है।हाउसिंग बोर्ड के वर्तमान कमिश्नर कुंदन कुमार की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे है।आखिर किसके इशारे पर यह लीज का खेल किया जा रहा है।सूत्रों के अनुसार हाउसिंग बोर्ड जिसे अपनी प्रॉपर्टी लीज में दिया था उसको भी आज तक वसूल नही पाया है।यहाँ के अफसर केवल लेटर का खेल करके अपने आपको बचाने का काम कर रहे है।
इसके पूर्व संचालक ने टैक्स के रूप में नगर निगम का लाखों रुपए जमा नहीं किया है। इसको लेकर भी सवाल उठने लगे हैं कि आखिर नगर निगम यह राशि वसूल क्यों नहीं कर पा रहा है। दूसरी ओर यह राशि जमा किए बिना कोई भी इसे लीज में कैसे लेगा?आखिर नगर निगम अपने टैक्स की वसूली किस्से करेगा।यह देखना बाकी है।
राजधानी के चर्चित विवादों में रहा है क्वींस क्लब
क्वींस क्लब के संचालन, टैक्स और कब्जों को लेकर कई बार विवाद हो चुका है। लॉकडाउन के दौरान शराब पार्टी में फायरिंग की घटना हो गई थी। इस मामले में इसके तत्कालीन संचालकों के खिलाफ तेलीबांधा थाने में अपराध भी दर्ज हुआ था। कई लोगों की गिरफ्तारियां भी हुई थी। एयरपोर्ट रोड स्थित क्वींस क्लब पर 76 लाख रुपए का संपत्ति कर बकाया है। इसे सील करने के लिए निगम की टीम कुछ दिन पहले पहुंची थी, लेकिन टीम बिना किसी कार्रवाई के ही वापस लौट आई। इस मामले को लेकर हाउसिंग बोर्ड और निगम में भी विवाद नजर आ रहा है।ऐसे बहुत से सवाल उठ रहे है की हाउसिंग बोर्ड की जिस प्रॉपर्टी पर लाखों रुपए का टैक्स बकाया है तो इसको हाउसिंग बोर्ड किस आधार पर लीज पर दे रहा है?