डायल 112 के जवान की पिटाई कर फरार सरपंच छह महीने बाद गिरफ्तार, भेजा गया जेल
छत्तीसगढ़ उजाला

बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। छह महीने पहले पीड़ित महिला को लेकर थाने जा रहे आरक्षक को रोककर मारपीट के मामले में पुलिस ने गनियारी सरपंच को गिरफ्तार किया है। आरोपित सरपंच को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया है। न्यायालय के आदेश पर आरोपित सरपंच को जेल भेजा गया है।
डायल 112 में पदस्थ आरक्षक नरेंद्र ध्रुव 18 जनवरी को मारपीट की सूचना पर गनियारी गए थे। वहां पर उन्होंने पीड़ित महिला को समझाइश दी। इसके बाद उसे लेकर थाने जा रहे थे। इसी बीच गांव का सरपंच जितेंद्र राज अपने साथियों सावंत वर्मा और अन्य के साथ आया। उसने आरोपित के बजाए पीड़ित को थाने लेकर जाने की बात को लेकर आरक्षक से बहस की। आरक्षक ने सरपंच को समझाइश देकर पीड़ित को थाने में शिकायत करने लेकर जाने की बात कही। इसी बीच सरपंच और उसके साथियों ने आरक्षक की पिटाई कर दी। आरक्षक की शिकायत पर पुलिस ने शासकीय कार्य में बाधा और मारपीट की धाराओं में जुर्म दर्ज कर लिया। इधर मारपीट के बाद सरपंच और उसके साथी फरार हो गए। पुलिस उनकी तलाश में जुटी थी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपित जितेंद्र राज गांव में घूम रहा है। इस पर पुलिस की टीम ने घेराबंदी कर आरोपित सरपंच को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपित सरपंच को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया है।