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रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र में भारत की सबसे बड़ी कंपनी बनी अदाणी ग्रीन एनर्जी……. 10 हजार मेगावॉट उत्पादन का आंकड़ा किया पार, 45 हजार गीगावॉट का लक्ष्य

अहमदाबाद, छत्तीसगढ़ उजाला 3 अप्रैल 2024: अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने 10 हजार मेगावॉट (एमडब्ल्यू) से अधिक ऑपरेशनल पोर्टफोलियो का आंकड़ा पार कर लिया है, जो नेशनल ग्रिड को विश्वसनीय, किफायती और स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करता है। एजीईएल के ऑपरेशनल पोर्टफोलियो में 7,393 मेगावॉट सोलर, 1,401 मेगावॉट विंड और 2,140 मेगावॉट विंड-सोलर हाइब्रिड क्षमता शामिल है। यह माइलस्टोन 2030 तक 45 हजार गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी के लक्ष्य की ओर मजबूती से बढ़ रहे एजीईएल और उसके डेवलपमेंट पार्टनर्स का एक प्रमाण है।
एजीईएल का 10 हजार 934 मेगावॉट का ऑपरेशनल पोर्टफोलियो 5.8 मिलियन से अधिक घरों को बिजली देगा और सालाना लगभग 2 करोड़ 10 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को रोकेगा।
एजीईएल इस बात का उदाहरण पेश कर रहा है कि कैसे इनोवेटिव टेक्नोलॉजी, काम पूरा करने की कुशलता, डिजिटलीकरण, मजबूत सप्लाई चेन नेटवर्क और लॉन्ग-टर्म इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग, सभी को मिलाकर टिकाऊ तरीकों के साथ, बड़े पैमाने पर स्वच्छ ऊर्जा अपनाने और कार्बन उत्सर्जन कम करने में मदद मिल सकती है।

अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी ने कहा, “हमें रिन्यूएबल एनर्जी में भारत का पहला दस हजारी होने पर गर्व है। एक दशक से भी कम समय में, अदाणी ग्रीन एनर्जी ने न सिर्फ हरियाली भरे भविष्य की कल्पना की है बल्कि उसे साकार भी किया है। स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में काम करने के विचार से शुरू होकर अब हमने 10 हजार मेगावॉट की अद्भुत स्थापित क्षमता हासिल कर ली है। यह उपलब्धि दिखाती है कि अदाणी समूह भारत को स्वच्छ, विश्वसनीय और किफायती ऊर्जा की तरफ ले जाने में कितनी तेजी और बड़े पैमाने पर काम कर रहा है। 2030 तक 45 हजार मेगावॉट के लक्ष्य को हासिल करने के लिए हम गुजरात के खावड़ा में दुनिया के सबसे बड़े रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट का निर्माण कर रहे हैं। यह 30 हजार मेगावॉट का प्रोजेक्ट है, जिसकी दुनियाभर में कोई बराबरी नहीं है। अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड दुनिया के लिए सिर्फ बेंचमार्क स्थापित नहीं कर रहा है बल्कि उन्हें नया रूप भी दे रहा है।”

एजीईएल प्राकृतिक और सामाजिक पूंजी को बढ़ाने के लिए वचनबद्ध है और अपने पूरे कामकाज में सतत विकास को बढ़ावा देने वाली कार्यप्रणालियों को अपना रही है। सभी के लिए एक स्थायी भविष्य बनाने पर एजीईएल का ध्यान केंद्रित होना, संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप है, जिसमें सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा, बेहतर काम और आर्थिक विकास, इंडस्ट्री, इनोवेशन और इंफ्रास्ट्रक्चर, जल प्रबंधन, अपशिष्ट प्रबंधन और एक सर्कुलर इकॉनमी, जैव विविधता प्रबंधन और क्लाइमेट एक्शन शामिल हैं। एजीईएल का ऑपरेटिंग पोर्टफोलियो ‘सिंगल-यूज प्लास्टिक फ्री’, ‘जमीन पर कचरा फेंकने से बचाव’ और ‘200 मेगावॉट से अधिक क्षमता वाले प्लांट्स के लिए वाटर पॉजिटिव’ प्रमाणित है।


एजीईएल का भारत के रिन्यूएबल एनर्जी लक्ष्यों में 10 हजार मेगावॉट का योगदान भारत के रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में सबसे बड़ा ग्रीनफ़ील्ड विस्तार भारत की स्थापित यूटिलिटी-स्केल सोलर और विंड क्षमता का लगभग 11% का प्रतिनिधित्व करता है।भारत के यूटिलिटी-स्केल सोलर इंस्टॉलेशन में 15% से अधिक का योगदान देता है।3,200 से अधिक प्रत्यक्ष ग्रीन जॉब्स सृजित की गईं।वैश्विक स्तर पर गीगा-स्केल डेवलपमेंट के लिए ब्लू प्रिंट प्रदान किया गया।विश्व का सबसे बड़ा सिंगल लोकेशन हाइब्रिड आरई क्लस्टर एफवाय23: विश्व का सबसे बड़ा सिंगल लोकेशन आरई प्रोजेक्ट अगला माइलस्टोन: विश्व का सबसे बड़ा सोलर प्लांट

कामुथी, तमिलनाडु में 648 एमडब्ल्यू, जैसलमेर, राजस्थान में 2,140 एमडब्ल्यू, खावड़ा, गुजरात में 30 हजार एमडब्ल्यू अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड गुजरात के कच्छ में खावड़ा नाम की बंजर भूमि पर दुनिया की सबसे बड़ी 30 हजार मेगावॉट क्षमता वाले रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट को विकसित कर रही है। यह प्रोजेक्ट 538 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, जो पेरिस से पांच गुना और मुंबई शहर के बराबर है। काम शुरू होने के 12 महीनों के अंदर, एजीईएल ने योजनाबद्ध 30,000 मेगावॉट के 6% से अधिक क्षमता, यानी 2,000 मेगावॉट सोलर एनर्जी का संचालन शुरू कर दिया है। अदाणी इंफ्रा की प्रोजेक्ट्स को पूरा करने की क्षमताओं, अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड की निर्माण विशेषज्ञता, अदाणी इंफ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट सर्विसेज लि. की ऑपरेशनल कुशलता और हमारे स्ट्रेटेजिक पार्टनर्स की मजबूत सप्लाई चेन का लाभ उठाते हुए खावड़ा में तेजी से काम चल रहा है।

Anil Mishra

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