*एसईसीएल कर्मचारी दीनदयाल की गिरफ्तारी नहीं होने पर, आदिवासी युवती आईजी शुक्ला को बताया – साहब मेरी जान को है खतरा, पुलिस पर भी लगाया आरोप*
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कोरबा (छत्तीसगढ़ उजाला)। कोरबा जिले के बाकीमोंगरा थाना अंतर्गत रहने वाली एक आदिवासी युवती ने SECL कर्मी दीनदयाल गुप्ता पर नौकरी लगाने के नाम पर 2 लाख रुपये की ठगी और उसने शोषण करने का आरोप लगाया है। पुलिस कप्तान सिद्धार्थ तिवारी ने थाना प्रभारी को महिला संबंधित अपराध व निष्पक्ष जांच कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश जारी किए इसके उपरांत थाना प्रभारी द्वारा उक्त मामले को पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी है।
कौन है एईसीएल कर्मचारी दीनदयाल गुप्ता
प्राप्त जानकारी के अनुसार साऊथ ईस्टर्न कोल फिल्ड्स लिमिटेड की बलगी कॉलोनी में रहने वाले दीनदयाल (59 वर्ष), जो बलगी परियोजना में पंप ऑपरेटर के पद पर कार्यरत हैं, पीड़िता की मुलाकात दीनदयाल गुप्ता से 20 मार्च 2025 को हुई थी। पीड़िता से दीनदयाल ने उसे SECL में नौकरी लगाने का झांसा देकर 5 लाख रुपये की मांग की। पीड़िता ने अपनी पृतक जमीन को गिरवी रख कर 2 लाख रुपये नगद दीनदयाल को दे दिए, लेकिन न तो नौकरी लगी और न ही पैसे वापस मिले।
कई माह बीत जाने और नौकरी नहीं लगने पर जब पीड़िता ने अपने पैसे वापस मांगे, तो दीनदयाल ने उसे अपने घर आ कर पैसे के संबंध में बात करने की बात कही पीड़ित आदिवासी युवती गुप्ता के DQ-M-8 बलगी कालोनी जिला कोरबा निवास पर बात की तो गुप्ता ने कहा कि तुमने अभी और 3 लाख रुपए बकाया राशि दिए ही नहीं, तो नौकरी कैसे लगवा दूं।यह कह कर दीनदयाल ने उसे एक रात अपने साथ सोने के लिए ऑफर किया और जब उसने मना किया, तो उसने उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की।
एसपी के निर्देश पर हुआ है अपराध दर्ज
पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस कप्तान सिद्धार्थ तिवारी से कर निष्पक्ष जांच करने की मांग की। आदिवासी युवती की शिकायत पर पुलिस कप्तान तिवारी के निर्देश पर पुलिस ने SECL कर्मी दीनदयाल गुप्ता के ऊपर पर बीएनएस की धारा 318(4), 74 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
डर से सहमी पीड़िता पहुंच आईजी दफ्तर
पीड़िता ने बिलासपुर रेंज आईजी संजीव शुक्ला से मिलकर बताया कि जबसे अपराध पंजीबद्ध हुआ है तब से दीनदयाल गुप्ता और उसके पुत्र द्वारा केश को वापस लेने के लिए दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है, पीड़िता की बात माने तो यह भी है कि स्थानीय थाना अंतर्गत पदस्थ अधिकारी एवं कर्मचारी द्वारा यही बात कही जा रही है कि अगर तुमने दर्ज केश को वापस नहीं लिया तो हम तुमको किसी प्रकार के भी प्रकरण से फंसा सकते हैं। पीड़िता ने बताया कि बाकी मोंगरा थाने में पदस्थ सी.एस. वैष्णव ने अपने निजी मोबाइल नंबर 6264991845 से पीड़िता को फोन किया था।
एसीसीएल कर्मचारी गुप्ता व उसके बेटे से पीड़िता के घर डर और भय का वातावरण है। पीड़िता का आरोप है कि दीनदयाल गुप्ता हुआ उसका बेटा थाना प्रभारी व स्टाफ के साथ में मिली भगत कर पैसे का प्रलोभन देकर अपना रौब रूतवा कायम करने का दावा करता है। मैं इतना पैसा खर्च कर चुका हूं कि पुलिस मुझे छू तक नहीं सकती है। अपराध दर्ज होने के बाद भी सोचनीय है कि आरोपी अब तक गिरफ्तारी क्यों नहीं? पीड़िता ने आज एक वीडियो सोशल मीडिया में जारी किया है, अगर एक सप्ताह के अंदर आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह पुलिस महानिरीक्षक महोदय के कार्यालय के समक्ष आत्मदाह कर लेगी।
अब देखना यह है की खबर पढ़ने के बाद पुलिस कप्तान कोरबा द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है पीड़िता के माने तो थाना प्रभारी द्वारा अमानवीय व्यवहार किया जाना माना जाता है। पुलिस कप्तान तिवारी की माना जाए तो वह एक मिलनसार, निष्पक्ष कार्यवाही के सत्य निर्देश दिए गए हैं। महिला संबंधित अपराधों के खिलाफ कई पुलिस कप्तान द्वारा साप्ताहिक और मासिक जागरूकता अभियान के तहत अभियान जारी है। अब देखना यह होगा कि इस आदिवासी युवती के लिए पुलिस अधीक्षक कोरबा द्वारा किस प्रकार की कार्यवाही की जा रही है यह एक सोचनीय बात है। पीड़िता का कहना यह है कि दीपका एवं बाकीमोगरा थाना प्रभारी समेत पुरे स्टाफ गुप्ता के प्रतिकूल व पक्ष में हैं। पीड़िता नहीं यह भी दावा किया है कि अगर दीनदयाल गुप्ता और गुप्ता के बेटे की कॉल हिस्ट्री निकल जाए तो पुलिस महकमे की बहुत बड़ी खामी का खुलासा हो सकता है।



