समाजहित में एसईसीएल का कदम : 75 लाख से उपचार और अध्ययन को नई दिशा

रामकृष्ण मिशन की डिस्पेंसरी को अत्याधुनिक उपकरण, साइंस कॉलेज की लैब होगी अपग्रेड
गरीबों को बेहतर इलाज और विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय रिसर्च सुविधाएँ
बिलासपुर। समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) ने एक बार फिर स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कंपनी ने अपने कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (CSR) कार्यक्रम के अंतर्गत 75.13 लाख रुपये की लागत से दो अहम समझौते (MoU) किए हैं, जिनसे हजारों लोगों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
एसईसीएल मुख्यालय में निदेशक (मानव संसाधन) बिरंची दास की मौजूदगी में हुए इन करारों में पहला समझौता रामकृष्ण मिशन, बिलासपुर के साथ किया गया। इसके तहत “मां सारदा चैरिटेबल डिस्पेंसरी” को 61.96 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इस राशि से दंत चिकित्सा, नेत्र देखभाल, फिजियोथेरेपी, पैथोलॉजी और ओपीडी सेवाओं के लिए आधुनिक उपकरण खरीदे जाएंगे। इसका लाभ न केवल शहरवासियों को बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों और झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले वंचित तबकों को भी मिलेगा।
दूसरा एमओयू शासकीय ई. राघवेंद्र राव पीजी साइंस कॉलेज, बिलासपुर के साथ हुआ। इसके अंतर्गत 13.17 लाख रुपये की राशि से एम.एस.सी. भौतिकी विभाग की कक्षा और प्रयोगशाला का आधुनिकीकरण किया जाएगा। इस पहल से विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक माहौल उपलब्ध होगा और शोध कार्यों के लिए अत्याधुनिक संसाधन भी सुलभ होंगे।
इस मौके पर सी.एम. वर्मा, महाप्रबंधक (सीएसआर), विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, रामकृष्ण मिशन और साइंस कॉलेज के प्रतिनिधि मौजूद रहे। इन समझौतों के माध्यम से एसईसीएल ने एक बार फिर यह संदेश दिया कि वह केवल खनन उद्योग तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के सभी वर्गों के उत्थान और कल्याण के लिए भी प्रतिबद्ध है।