*अभिभावकों से निजी प्रकाशकों की महंगी किताबें खरीदवा रहे प्राइवेट स्कूलों के संचालक*
छत्तीसगढ़ उजाला

मनेन्द्रगढ़/एमसीबी (छत्तीसगढ़ उजाला)। मनेन्द्रगढ़ के निजी स्कूलों में एडमिशन प्रक्रिया शुरू होते ही अभिभावक निजी स्कूल प्रबंधन द्वारा बताई गई दुकानों से महंगे दाम में कॉपी-किताबें और स्कूल यूनिफॉर्म खरीदने पर मजबूर हैं। नर्सरी से लेकर दसवीं कक्षा तक करीब तीन से सात हजार रुपए तक कॉपी-किताबें खरीद रहे है। उसके बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसके कारण अभिभावक महंगी कॉपी-किताबें खरीदने को बेबस है। नया सत्र शुरू होते ही एक बार फिर से स्कूल संचालकों की मोटी कमाई शुरू हो गई है। स्कूल संचालक प्रवेश के साथ-साथ किताबों के खरीदने को लेकर मनमानी कर रहे हैं। मोटे कमीशन के चक्कर में प्राइवेट स्कूल संचालक चिह्नित दुकानों से ही पाठ्य-पुस्तकें खरीदने को विवश कर रहे हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी अजय मिश्रा ने बताया कक्षा 1ली से लेकर कक्षा 10 तक की पुस्तकें शासन उपलब्ध कराती है जिसे चलाना अनिवार्य है, 10 जुलाई तक निजी विद्यालयों को अंबिकापुर डिपो से प्राप्त हो जाएंगी,छात्रों और अभिभावकों पर किसी एक दुकान से पाठ्य पुस्तकें खरीदने का दबाव नहीं डाला जा सकता है। कोई भी अभिभावक शिकायत करेगा तो कार्रवाई करेंगे आज हमने सभी विद्यालय के प्रिंसिपल को बैठक के लिए बुलाया है जो शासन के निर्देश है पूरी बात होगी मैं चाहूंगा की उसका पालन निजी विद्यालय संस्था के द्वारा किया जाए।