*न्यायधानी में ठग फैला रहे जाल चंद पैसों के लालच में फंसते जा रहे लोग, कमीशन के लालच में ठग को दिया अपना एकाउंट पुलिस ने धर दबोचा*
छत्तीसगढ़ उजाला

बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। कोतवाली क्षेत्र के टिकरापारा में रहने वाले युवक ने कमीशन के लालच में जालसाजों को अपना बैंक अकाउंट दे दिया। इधर, जालसाजों ने ठगी के 50 हजार रुपये उसके अकाउंट में जमा कराए। अपना कमीशन रखकर युवक ने बाकी रकम जालसाज के पास भेज दिए।
इधर, पीड़िता की शिकायत पर जांच के बाद पुलिस ने आरोपित युवक को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस मामले की जांच को आगे बढ़ा रही है। कोरबा में रहने वाली प्रतिभा महंत ने धोखाधड़ी की शिकायत की थी।
युवती ने बताया कि 18 अक्टूबर 2024 को उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से एक लिंक आया। इसे खोलने पर पता चला कि गूगल मैप पर रिव्यू देने पर रुपये देने की बात कही गई है। बाद में जालसाजों ने उन्हें फोन कर बातों में उलझाया और एक लाख 10 हजार की ठगी कर ली।
कमीशन काटकर ठगों को भेज देता था रकम
शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। इसमें पता चला कि ठगी की रकम 50 हजार टिकरापारा मन्नू चौक में रहने वाले प्रकाश सोनटेके (24) के खाते में जमा हुई है। इधर, जुर्म दर्ज होने की जानकारी के बाद आरोपित फरार हो गया था।
पुलिस को पता चला कि आरोपित अपने घर आया हुआ है। इस पर जवानों ने घेराबंदी कर उसे हिरासत में लिया। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसने कमीशन के लालच में ठगी करने वाले गिरोह से जुड़े लोगों को अपना बैंक अकाउंट दिया था।
ठग गिरोह के लोग उसके अकाउंट में रुपये जमा कराते थे। अपना कमीशन रखकर वह बाकी रकम जालसाजों के बताए खाते में ट्रांसफर करता था। पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार किया है।
बड़े गिरोह का होगा भंडाफोड़
कोतवाली सीएसपी अक्षय प्रमोद सबद्रा ने बताया कि युवक ने कमीशन के लालच में अपना बैंक अकाउंट जालसाजों को दिया था। जालसाजों ने ठगी की रकम उसके अकाउंट में जमा कराई। बाद में उससे रकम दूसरे अकाउंट पर ले ली।
जांच के दौरान पुलिस को दूसरे राज्यों के बैंक अकाउंट का पता चला है। इसके आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है। जांच के बाद ठगी करने वाले बड़े गिरोह का भंडाफोड़ हो सकता है। पूछताछ में ये भी जानकारी जुटाई जा रही है कि जालसाजों के संपर्क में वह कैसे आया।
दूसरों का बैंक अकाउंट इस्तेमाल करते हैं ठग
आईपीएस अक्षय सबद्रा ने बताया कि ठगी करने वाला गिरोह पुलिस से बचने के लिए दूसरों के बैंक अकाउंट का उपयोग करते हैं। कई बार लोगों को पता ही नहीं रहता कि उनके बैंक अकाउंट का ठगी में उपयोग किया जा रहा है।
कई बार लोग कुछ रुपयों के लालच में आकर ठगी करने वाले गिरोह के चंगुल में फंस जाते हैं। जांच के बाद पुलिस गिरोह से जुड़े लोगों को गिरफ्तार करती है। साथ ही बैंक अकाउंट उपलब्ध कराने वालों पर भी कार्रवाई की जाती है।