जर जोरू जमीन बना हत्या का कारण : हिस्से बंटवारे और बीवी पर बूरी नजर रखने पर सौतेले बेटे ने की थी पिता की हत्या, आरोपित गिरफ्तार
छत्तीसगढ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ उजाला)। सीपत क्षेत्र के ग्राम सेलर में पिता की हत्या कर फरार आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित ने बताया कि उसका पिता पत्नी पर बुरी नजर रखता था। इसके अलावा आठ साल पहले उसके पिता ने जमीन विवाद को लेकर थाने में शिकायत की थी। इसी रंजिश पर उसने पिता की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है।
एएसपी अर्चना झा ने बताया कि सीपत क्षेत्र के ग्राम सेलर में रहने वाले कुशल साहू(70) किसान थे। मंगलवार को वे अपने बेटे विशाल के घर सरकंडा गए थे। शाम को वे खेत में लगी फसल देखकर आने की बात कहकर निकले थे। इसके बाद वे घर नहीं आए। रात को गांव के लोगों ने उनकी लाश खेत में देखकर पुलिस को सूचना दी। इस पर पुलिस की टीम ने गांव पहुंचकर शव कब्जे में ले लिया। प्राथमिक जांच में पता चला कि कुशल का अपने बेटे दीपक साहू(37) से बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था। कुछ दिन पहले ही दोनों के बीच गांव में विवाद हुआ। इस दौरान गांव के लोगों ने दोनों को समझाइश देकर मामला शांत कराया। प्राथमिक जांच के बाद पुलिस ने दीपक की तलाश शुरू कर दी। इस बीच दीपक अपने पिता के अंतिम संस्कार में भी नहीं पहुंचा। इधर पुलिस की टीम गांव में कैंप किए हुए थी। शुक्रवार की सुबह पौ फटने से पहले ही दीपक अपने घर की ओर आ रहा था। जवानों ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। थाने लाकर युवक से पूछताछ की गई। इसमें आरोपित दीपक ने बताया कि उसका पिता के साथ 2016 में विवाद हुआ था। उसके पिता ने इसकी शिकायत थाने में कर दी थी। इसके अलावा उसका पिता अपनी बहू पर गंदी नजर रखता था। इसी वजह से उसने अपने पिता की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपित को न्यायालय में पेश किया है।
बुधवार की सुबह किसान की लाश मिलने की सूचना पर पुलिस की टीम गांव पहुंच गई। हत्या का मामला होने पर डाग स्क्वाड और फोरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया। डाग हेंडलर राममिलन रोजी को लेकर मौके पर पहुंचे। इस दौरान रोजी भागते हुए सीधे कुशल के बेटे दीपक के घर में जाकर घुस गई। इसके बाद रोजी भागते हुए दीपक के एक रिश्तेदार के घर तक गई। इससे पुलिस को दीपक पर संदेह होने लगा। गांव में पूछताछ करने पर पता चला कि बाप-बेटे के बीच संबंध अच्छे नहीं थे। इधर दीपक अपने घर से फरार था। इस पर पुलिस का संदेह मजबूत होने लगा। वह अपने पिता के अंतिम संस्कार में भी नहीं पहुंचा। इस पर अधिकारियों ने जवानों की ड्यूटी गांव में ही लगा दी। गांव पहुंचते ही पुलिस ने घेराबंदी कर उसे हिरासत में ले लिया।