जिले के छह विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं द्वारा डाले गए वोटों की गिनती शासकीय इंजीनियरिंग कालेज में चार जून को होगी। मतगणना कार्य के लिए प्रोफेसर व असिस्टेंट इंजीनियर स्तर के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। जिला प्रशासन ने ऐसे अफसरों व प्रोफेसरों की सूची बना ली है। पहले और दूसरे दौर की ट्रेनिंग भी हो गई है। प्रत्येक विधानसभा में 14-14 टेबल लगाए जाएंगे। प्रत्येक टेबल में भृत्य को मिलाकर छह-छह कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
मतगणना कार्य में 504 से ज्यादा कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। बिल्हा व मस्तूरी विधानसभा में 24-24 राउंड की गिनती होगी। सबसे कम 17 राउंड में बिलासपुर विधानसभा के वोटों की गिनती होगी। मुंगेली और लोरमी विधानसभा के वोटों की गिनती जिला मुख्यालय मुंगेली में होगी। मतगणना सुपरवाइजर, मतगणना सहायक, माइक्रो आब्जर्वर और रिटर्निंग अफसर की उपस्थिति में मतगणना का कार्य किया जाएगा।
ईवीएम से वोटों की गिनती पूरी होने के बाद प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पांच वीवीपैट मशीनों से पर्ची की गणना की जाएगी। वीवीपैट मशीन का रेंडमली चयन किया जाएगा। सबसे पहले डाक मत पत्रों व ईटीपीबी की गिनती होगी। मतगणना के दौरान आब्जर्वर मौजूद रहेंगे। उनकी उपस्थिति में गिनती होगी।
इस दौरान वीडियोग्राफी कराई जाएगी। यह सब विवाद से बचने और पारदर्शिता को लेकर किया जाएगा। भारत निर्वाचन आयोग ने वीडियोग्राफी का साफतौर पर निर्देश दिए हैं। कोनी स्थित शासकीय इंजीनियरिंग कालेज परिसर में छह कमरों में छह अलग-अलग विधानसभाओं के लिए 14-14 टेबल लगाए जाएंगे। थ्री लेयर सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया जा रहा है। मतगणना टेबल तक पहुंचने के लिए तीन सुरक्षा घेरा पार करके पहुंचना होगा। बिना परिचय पत्र के किसी को भी भीतर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। हर किसी को परिचय पत्र लेकर ही जाना होगा।
अलग-अलग रहेंगे प्रवेश द्वार
मतगणना स्थल पहुंचने के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वारा बनाया जा रहा है। कालेज के पीछे के गेट से राजनीतिक दलों के एजेंट को प्रवेश दिया जाएगा। उन्हें पहचान पत्र के साथ ही जाना होगा। मतगणना एजेंट के लिए अलग-अलग विधानसभा वार अलग-अलग रंगों के पहचान पत्र दिए जाएंगे। अधिकारी-कर्मचारी को कालेज के सामने वाली गेट से व मीडिया को बाजू वाले गेट से प्रवेश दिया जाएगा।