*प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से परंपरागत कारीगरों के हुनर को मिल रहा सम्मान, अब तक लगभग 1200 आवेदन स्वीकृत*
छत्तीसगढ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ उजाला)। जिले में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के जरिए परंपरागत कारीगरों को सम्मानित किया जा रहा है। योजना के तहत 18 वर्ष से अधिक आयु के पात्र आवेदकों को आवेदन स्वीकृति के बाद प्रशिक्षण और ट्रेड से संबंधित औजार उपलब्ध कराये जाएंगे। योजना के लिए जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र बिलासपुर को नोडल विभाग बनाया गया है।
जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक एम.एल. कुशरे ने बताया कि 17 सितम्बर से प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का शुभारंभ हुआ है। विश्वकर्मा योजना के तहत लोहार, बढ़ई, दर्जी, कुम्हार जैसे अन्य 18 प्रकार के परंपरागत कारीगरों को योजना का लाभ दिया जाएगा। इसके लिए 18 वर्ष से अधिक आयु के संबंधित विधा के कारीगर काॅमन सर्विस सेन्टर (सीएससी) के जरिए आवेदन दे सकते हैं। आवेदन की जांच और सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद राज्य स्तर पर स्वीकृत आवेदनकर्ताओं को ट्रेड से संबंधित प्रशिक्षण स्किल इंडिया के तहत दिया जाएगा और ट्रेड से संबंधित टूल किट प्रदान किया जाएगा।
योजना के तहत अब तक जिले में 15 हजार आवेदन आ चुके हैं। जिनमें से 4 हजार आवेदनों को अनुमोदित कर राज्य शासन को भेजा गया है, जिनमें से लगभग 12 सौ आवेदन स्वीकृत किए गए हैं। कुशरे ने बताया कि योजना के तहत पात्र हितग्राहियों को 1 लाख रूपए का ऋण कम ब्याज दर पर देने का भी प्रावधान है।