*लाखों के कर्ज से डूबे व्यवसायी ने तोड़ लिया दुनिया से नाता, सुसाइड नोट बरामद जांच जारी…*
छत्तीसगढ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ उजाला)। सकरी क्षेत्र के गोकुल नगर में रहने वाले व्यवसायी ने अपने घर के पास ही एक गोदाम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसने अपने सुसाइड नोट में कुछ लोगों से रुपये लेने की बात लिखी है। साथ ही उसने अपनी मौत के बाद पत्नी और बच्चों को परेशान करने वालों काे अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराने की बात लिखी है। पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
सकरी क्षेत्र के गोकुल नगर में रहने वाले देवारी सूर्यवंशी(49) व्यवसायी थे। घर के पास ही उनकी सेनेटरी फिटिंग की दुकान थी। शनिवार की सुबह उन्होंने घर के पास ही एक सूने गोदाम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसके कुछ ही देर बाद स्वजन को इसकी जानकारी हुई। उन्होंने घटना की सूचना सकरी पुलिस को दी। इस पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस को व्यवसायी की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें उन्होंने कई लोगों से कर्ज लेने की बात लिखी है। सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा है कि उनकी पत्नी और बच्चे कर्ज से मुक्त हैं। रुपये के लिए पत्नी और बच्चों को परेशान करने वाला ही उनकी मौत का जिम्मेदार होगा। सुसाइड नोट में उन्होंने किसी सूदखोर द्वारा परेशान करने की बात नहीं लिखी है। पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर शव का पीएम कराया है। पुलिस स्वजन से पूछताछ कर घटना के संबंध में और जानकारी जुटा रही है।
व्यवसायी की आत्महत्या की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि देवारी ने कई लोगों से कर्ज ले रखा है। कर्ज की रकम चुका पाने में वह असमर्थ था। इसके कारण वह पिछले कई दिनों से परेशान भी था। उसने अपने कर्ज की जानकारी स्वजन को भी नहीं दी थी। सुसाइड नोट में भी उसने रुपये की वसूली करने वालों का नाम नहीं लिखा है। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है।
देवारी सूर्यवंशी की आत्महत्या की सूचना मिलते ही सूदखोर दहशत में आ गए। उस समय सूदखोरों के पैरों तले जमीन खिसक गई जब मृतक द्वारा सुसाइड नोट छोड़ने की जानकारी मिली। इसके बाद सभी अपने-अपने परिचितों से जानकारी जुटाने लगे कि कहीं सुसाइड नोट में उनका नाम तो नहीं है। फिलहाल सुसाइड नोट में किसी भी सूदखोर का नाम का जिक्र नहीं है।