विदेश

सर्वोच्च बलिदान देने वाले भारतीय शांति सैनिक को मिलेगा ‘डैग हैमरस्कजॉल्ड’ पदक

अफ्रीकी देश डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में पदस्थ भारतीय सैनिक के सर्वोच्च बलिदान को संयुक्त राष्ट्र सम्मानित करेगा। 30 मई को अंतर्राष्ट्रीय शांति रक्षक दिवस के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र नायक धनंजय कुमार को डैग हैमरस्कजॉल्ड पदक से सम्मानित करेगा। कुमार उन 60 से अधिक सुरक्षाबलों में शामिल हैं, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र के ध्वज तले विदेशी जमीन में सर्वोच्च बलिदान दिया है।  

संयुक्त राष्ट्र ने जारी की विज्ञप्ति

संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की। विज्ञप्ति में कहा गया कि 30 मई को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में औपचारिक समारोह के दौरान महासचिव एंटोनियो गुटेरेस 1948 के बाद से अपनी जान गंवाने वाले सभी संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के सम्मान में शांति रक्षक स्मारक स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद वे एक कार्यक्रम की अध्यक्षता भी करेंगे। कार्यक्रम में 64 सुरक्षाकर्मियों को मरणोपरांत डैग हैमरस्कजॉल्ड पदक दिए जाएंगे। यह वही सुरक्षाकर्मी हैं, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र के झंडे के नीचे सेवा करते हुए अपनी जान गंवाई।

विज्ञप्ति में कहा गया कि 125 देशों के दो मिलियन से अधिक शांति सैनिकों ने दुनिया भर में 71 ऑपरेशनों में सेवा दी है। आज, लगभग 76,000 महिलाएं और पुरुष अफ्रीका, एशिया, यूरोप और मध्य पूर्व के 11 संघर्ष क्षेत्रों में सेवा कर रहे हैं।

भारतीय सैनिकों ने दिया सर्वोच्च बलिदान

भारत संयुक्त राष्ट्र शांति सेना में वर्दीधारी कर्मियों का दूसरा सबसे बड़ा योगदानकर्ता है। भारतीय सैनिक वर्तमान में अबेई, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, साइप्रस, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, लेबनान, मध्य पूर्व, सोमालिया, दक्षिण सूडान और पश्चिमी सहारा में तैनात हैं। संयुक्त राष्ट्र के अभियानों में 6,000 से अधिक भारतीय सैन्य और पुलिस कर्मी मुस्तैद हैं। लगभग 180 भारतीय शांति सैनिकों ने सर्वोच्च बलिदान दिया है। संयुक्त राष्ट्र के मिशन के तहत अन्य देशों की तुलना में भारतीय सैनिकों ने सबसे अधिक सर्वोच्च बलिदान दिया है। 

मेजर सेन का भी होगा सम्मान

इसके अलावा, कांगो में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) मिशन में सेवा दे चुकीं भारतीय महिला शांति रक्षक मेजर राधिका सेन को सैन्य पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने उनकी तारीफ करते हुए उन्हें एक सच्चा और आदर्श नेता बताया था। 30 मई को अंतरराष्ट्रीय संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक दिवस के मौके पर मेजर राधिका सेन को 2023 यूनाइटेड नेशंस मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड’ दिया जाएगा। यूएन के महासचिव गुटेरेस उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित करेंगे।

बता दें कि मेजर सेन भारतीय त्वरित तैनाती बटालियन की कमांडर के तौर पर मार्च 2023 से अप्रैल 2024 तक कांगो गणराज्य के पूर्व में तैनात थीं। वह मूल रूप से हिमाचल प्रदेश की रहने वाली हैं। उनका जन्म 1993 में हुआ था और वह आठ साल पहले भारतीय सेना में भर्ती हुई थीं। मेजर राधिका सेन ने बायोटेक इंजीनियर में स्नातक किया, इसके बाद ही उन्होंने भारतीय सेना में शामिल होने का फैसला किया था।

Anil Mishra

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