बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। शहर के बाहरी इलाकों में लगातार हो रहे विकास के बावजूद मूलभूत सुविधाओं की कमी अब भी लोगों के लिए बड़ी समस्या बनी हुई है। बिल्डर अपने ग्राहकों को झूठे ख्वाब दिखाकर अवैध प्लाटिंग कर जमीन बेच रहे हैं। लेकिन, सड़क, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधा तक नहीं दे पा रहे हैं।
मोपका क्षेत्र निवासी छबि कुमार कहते हैं कि, बिजली के खंभे नहीं होने के चलते बांस के सहारे बिजली की तारें खींची गई हैं, जो आए दिन ढीली या झूल जाती हैं। इसके कारण मवेशियों की मौत हो चुकी है और लोगों में भी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। स्थानीय निवासी इस खतरनाक व्यवस्था से बेहद चिंतित हैं और जल्द से जल्द स्थायी बिजली पोल लगाए जाने की मांग कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार शहर के प्राइवेट बिल्डर कालोनियों का विकास तो कर रहे हैं, लेकिन बिजली के खंभों और अन्य मूलभूत सुविधाओं को स्थापित करने में रुचि नहीं दिखा रहे। बिजली विभाग के नियमों के अनुसार बिल्डरों को खंभों के लिए शुल्क देना पड़ता है, लेकिन इसका भुगतान न करने के चलते लोग टेंपरेरी कनेक्शन पर निर्भर हो गए हैं। इस अव्यवस्थित सप्लाई से दुर्घटनाओं का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है।