राजनांदगांव : जिले के शासकीय स्कूलों में समर कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। समर कैम्प के लिए बच्चों में खुशी एवं उत्साह का माहौल है। कलेक्टर संजय अग्रवाल ग्राम रीवागहन के समर कैम्प में बच्चों को कैरम खेलते देखकर बच्चों के साथ कैरम खेलने बैठ गए। साथ में जिला पंचायत सीईओ सुसुरूचि सिंह और जिला शिक्षा अधिकारी ने भी कैरम खेला। इसके बाद उन्होंने रस्सी कूद कर दिखाया और बच्चों के साथ क्रिकेट एवं बैडमिंटन भी खेला। ग्राम भानपुरी समर कैम्प में जुम्बा डांस और करमा नृत्य में सभी ने बच्चों के साथ डांस किया। कलेक्टर अग्रवाल को अपने बीच देखकर बच्चे प्रसन्न एवं उत्साही दिखे। बच्चों के चेहरों में खुशी झलक रही थी। कलेक्टर अग्रवाल के साथ बच्चों ने अपने विचार साझा किए और समर कैम्प के माध्यम से प्राप्त विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बच्चों द्वारा समर कैम्प में सिखाई गई रचनात्मक गतिविधियों एवं प्रतिभाओं को प्रदर्शित स्टॉल का भी अवलोकन किया। कलेक्टर अग्रवाल को बच्चों ने बताया कि समर कैम्प में जुम्बा डांस, योगा, प्राणायाम, प्रेरणादायी फिल्म, मेंहदी, गीत, कविता, बेल शरबत बनाना सीखा, चित्रकारी, पेंटिंग, खेल-कूद, कागज से गुलदस्ता, ग्रीन सलाद के डेकोरेशन जैसी विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों को समर कैम्प में सिखाया गया है। बच्चों ने बताया कि सबसे ज्यादा जुम्बा डांस अच्छा लगा। जिससे सभी शारीरिक गतिविधियां हो जाती है। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने आज राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम भानपुरी और रीवागहन में संचालित समर कैम्प का अवलोकन किया। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत सुसुरूचि सिंह उपस्थित थी।
कलेक्टर अग्रवाल ने बच्चों से कहा कि प्रतिदिन 30 से 40 मिनट शारीरिक एक्टीविटी जरूर करना चाहिए। जिससे शरीर स्वस्थ रहता है एवं पढ़ाई में अच्छे से मन लगेगा और पढ़ाई अच्छी होगी। उन्होंने कहा शारीरिक गतिविधि से नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकलती है। इसलिए हमें प्रतिदिन कुछ न कुछ शारीरिक व्यायाम करना चाहिए। जिससे हमारा शरीर हल्का लगता है। उन्होंने कहा कि समर कैम्प के माध्यम से बच्चों में जो प्रतिभा छिपी हुई होती है उसे सामने ला सकते है। ऐसी गतिविधियों से बच्चों के संकोच को दूर किया जा सकता है और बच्चे अपने प्रतिभा को और बेहतर तरीके से सामने ला सकते हैं। कलेक्टर अग्रवाल ने रीवागहन की एक छात्रा द्वारा कविता का बहुत अच्छे से उसे प्रस्तुतिकरण और आत्मविश्वास के साथ मंच पर बोलने की बहुत प्रशंसा की। इसी तरह ग्राम भानपुरी स्कूल में पढ़ी छात्रा इंद्रानी साहू ने बहुत अच्छे से गीत प्रस्तुत किया। कलेक्टर ने इसकी बहुत सराहना की। उन्होंने कहा कि समर कैम्प के माध्म से बच्चों में संकोच दूर हो रहा है और शिक्षकों के पास अपनी प्रतिभाओं को दिखाकर उसे और अधिक बेहतर कर रहे हैं। समर कैम्प के माध्यम से शिक्षकों और बच्चों की बीच की दूरी कम हो रही है और बच्चे अपनी जिज्ञासाओं और समस्याओं को अच्छे से शिक्षकों के पास रख पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल के बच्चों ने बहुत ही बेहतर तरीके से वेस्ट मटेरियल से बहुत अच्छी सजावट की सामग्री बनाएं हैं। यह बहुत ही अच्छी प्रतिभा है। इसके लिए उन्होंने बच्चों एवं शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कलेक्टर अग्रवाल ने कहा कि फिजिकल एक्टीविटी बहुत अच्छा किया है। उन्होंने कहा कि न केवल समर कैम्प में इसे बैग लेस डे के दिन भी कर सकते हैं। जिससे बच्चों के अंदर की गतिविधि को बाहर ला पाएंगे। इसके लिए बच्चों के साथ शिक्षकों को भी शामिल होना है। बच्चों में जो बेहतरीन प्रतिभा है उसे बाहर ला पाएंगे। उन्होंने कहा कि बच्चे बोलने में संकोच करते हैं। संकोच होने से बच्चे अच्छा नहीं कर पाएंगे। यह सभी की जिम्मेदारी है कि बच्चों में जो संकोच है उसे दूर करें। जिस दिन संकोच दूर होगा उस दिन बेस्ट प्रदर्शन दे पाएंगे। बच्चों के अंदर अच्छी से अच्छी प्रतिभा है उसे बाहर निकालना है। उन्होंने कहा कि बच्चों को शिक्षक से भय नहीं होना चाहिए उनमें शिक्षक के प्रति सम्मान होना चाहिए। बच्चों से कुछ नहीं बन रहा है तो हौसला होना चाहिए आत्मविश्वास होना चाहिए कि शिक्षक के पास जाने से मुझे बहुत अच्छे से समझाएंगे और बताएंगे। शिक्षक और बच्चे के बीच जो रिश्ता होता है वह दोस्त, बड़ी दीदी, बड़े भाई, माता-पिता की तरह हो सकता है। गुरू के अतिरिक्त भी बहुत सारी बाते सामने लाना है। उन्होंने बच्चों से कहा कि बड़े सपने देखें और उसे साकार करने के लिए आगे बढ़े। बच्चों के साथ लगातार रहेंगे तो परिणाम बहुत अच्छा आएगा। इससे बच्चे की शारीरिक-मानसिक स्थिति बहुत अच्छा रहेगी।
सीईओ जिला पंचायत सुसुरूचि सिंह ने कहा कि समर कैम्प बहुत अच्छा आयोजन है। ये पहले निजी विद्यालयों में कई वर्षों से होते आ रहा है। लेकिन अभी शासकीय स्कूलों में शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि समर कैम्प से दोस्त बढ़ते हैं और अलग-अलग गतिविधियां सीखने मिलती हैं। उन्होंने कहा स्कूलों में बैग लेस डे एक महत्वपूर्ण दिन है। जिसमें पढ़ाई के अलावा बहुत सारी रचनात्मक गतिविधियां सीखने को मिलती है। उन्होंने बच्चों से कहा कि बाधाओं को नहीं सोचना है सबसे ज्यादा मेहनत करना है। अभी आपके पास बहुत अच्छे अवसर हैं। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल, जिला शिक्षा मिशन समन्वयक सतीष ब्यौहारे, एपीसी आदर्श वासनिक, एमआर अंसारी, पीआर झाड़े, प्राचार्य सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी, शिक्षक एवं बच्चे उपस्थित थे।