अस्पतालों में सब स्टैंडर्ड दावों की सप्लाई, मरीज को दावों का नहीं हो रहा, लोगों के स्वास्थ्य के साथ खेल रहे अधिकारी●
●अनियमितता सामने आने के बाद भी ना अधिकारियों के ऊपर हुई कार्रवाई ना दवा कंपनियां हुई ब्लैकलिस्टेड●
रायपुर छत्तीसगढ़ उजाला● सब स्टैंडर्ड दावों की सप्लाई के बाद अब छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन में दवा खरीदी में अनियमित फिर एक बार सामने आ रही है।बिना बजट के 200 करोड़ रुपए की दवा खरीदी का मामला सामने आया है। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल समेत स्वास्थ्य सचिव से की गई है।
शिकायतकर्ता राकेश मिश्रा ने पत्र लिखकर शासन को अवगत कराया कि छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विस कारपोरेशन द्वारा शासन से अधिकृत बजट अनुसार दवाई क्रय की जाती है। सीजीएमएससी द्वारा 200 करोड़ के दवाई बिना बजट के सिर्फ़ एक ही कंपनी को दे दिया गया है। यह अनियमितता एक ही कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा है।
*सब स्टैंडर्ड दवा अस्पतालों में की जा रही सप्लाई*
छत्तीसगढ़ मेडिकल कारपोरेशन (CGMSC) द्वारा घटिया दवा सप्लाई का खेल सामने आया है। दरअसल, CGMSC द्वारा राज्य के सरकारी अस्पतालों में सप्लाई की गई पेंटाप्रजोल (गैस की दवा) अमानक पाई गई। यानी जो दवा सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बांटी गई, वह किसी काम की नहीं थी। जब दवा के अमानक होने की बात सामने आई तब तक 8 लाख दवाएं मरीजों को खिला दी गई थी। दवा को लेकर शिकायत मिलने पर इसकी जांच हुई।
*दवा कंपनी को अब तक नहीं किया गया है ब्लैकलिस्टेड*
सेंट्रल ड्रग्स स्टेंडर्ड कंट्रोल आर्गनाइजेशन वेस्ट जोन मुंबई ने डॉक्टर भीमराव आंबेडकर अस्पताल के सेंट्रल स्टोर को 27 दिसंबर को पत्र जारी किया, जो 12 जनवरी को अस्पताल प्रबंधन को मिला। इसमें दवा के सब स्टेंडर्ड होने की बात कही गई। मामले की जानकारी CGMSC को होने के बाद आनन फानन में सभी सरकारी अस्पतालों को दवा वापस करने के लिए पत्र लिखा गया। इधर विभाग दवा सप्लायर मान फार्मा को ब्लैक लिस्टेड करने की बात कहता रहा। लेकिन अब तक इसे ब्लैक लिस्ट नहीं किया गया है।
वर्जन
दावों की खरीदी को लेकर यदि अनियमित हुई है तो उसकी जांच करेंगे और अधिकारियों पर ठोस कार्रवाई करेंगे। अस्पतालों में सब स्टैंडर्ड दावों की शिकायत भी मिली थी इसके जांच के लिए अधिकारियों को कहा गया था। मैं इसकी जानकारी लेता हूं। भाजपा सरकार हर व्यक्ति को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर कार्य कर रही है। यदि अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त है तो उन पर कार्रवाई जरूर होगी।
श्याम बिहारी जायसवाल, स्वास्थ्य मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन
कुल मिलाकर सालों से अरबो रुपयों का घोटाला सीजीएमएससी के द्वारा किया जा रहा है।इन मामलों को लेकर विष्णुदेव सरकार को जांच के साथ कार्यवाही करने की आवश्यकता है।छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग के बड़े खेला को हम लगातार उजागर करते आ रहे है।अब इस खेल पर सरकार क्या कार्यवाही करेगी यह देखना बाकी है।