कोरबा

*कूट रचित दस्तावेज से शासकीय नौकरी करने वाले पर प्रशासनिक अधिकारी क्यों है महेरबान, उजाला की टीम ने किया खुलासा*

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कोरबा (छत्तीसगढ़ उजाला)। एसईसीएल कोरबा एरिया में फर्जी भर्ती का मामला सामने आया है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि कर्मचारी द्वारा फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार कर नाम बदलते हुए नौकरी हासिल किया है जिसका खुलासा आरटीआई से प्राप्त दस्तावेजों से हुआ है। इस मामले को लेकर लिखित शिकायत करते हुए जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है। शिकायत होने के बाद एसईसीएल में फर्जी नौकरी करने वालों के बीच हड़कंप मचा हुआ है।

दरअसल, कोरबा जिले के बलगी परियोजना में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी करने वाले व्यक्ति दिनदयाल गुप्ता जो कि अपने आप को समारु (एस.सी. कैटेगरी) का कथित पुत्र होने का दावा करता है। दीनदयाल गुप्ता (सामान्य केटेगिरी) में आता है, जो कि अपनी वास्तविक जाति और पहचान छिपा कर पिता का नाम एवं जाति बदलकर समरू को कथित पिता बनाकर नौकरी कर रहा है, जानकारी है कि समारू नामक व्यक्ति जिसका भूमि पूर्व में अधिग्रहित एस‌ईसीएल में हुई थी। उनके ही दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर वर्षों से फर्जी नौकरी कर रहा है, इस मामले की निष्पक्ष जांच एवं कार्यवाही करने के लिए आवेदक ने विभाग और पुलिस कप्तान को आवेदन दिया है।

प्रशासनिक जांच के कथन में दीनदयाल ने यह दावा किया है कि मैं 5 वीं तक पढ़ा हूँ। एस‌ईसीएल बलगी खदान में पंप ऑपरेटर के पदपर कार्यरत हूँ। समारू का कोई पुत्र न होने से मुझे गोद लिया था। मेरे पिता समारू का पूरा देखभाल मेरे द्वारा किया गया। मेरे पिता समारू का देहांत 8 वर्ष पूर्व हो गया। अब मैं एस‌ईसीएल बलगी में काम करता हूं।

उजाला की टीम ने की पड़ताल

उजाला की टीम की पड़ताल में पता चला है कि अपने आप को कथित समारू का पुत्र बन कर एसीसीएल मैं नौकरी करने वाला दनदयाल विभाग और प्रशासन को गुमराह कर रहा है और वर्षों से बलगी खदान में पंप ऑपरेटर के पदपर कार्यरत है। दीनदयाल गुप्ता जो कि इसके कथनानुसार समारू का कोई पुत्र नहीं है जबकि उसके तीन भाई और बहन है। विश्वसनीय सूत्रों कि माने तो दीनदयाल द्वारा दिए गए प्रशासनिक कथन की बात पूरी झूठी है अब देखना यही है कि समाचार को पढ़ने के बाद विभाग और प्रशासनिक अधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं।

नोट : यह समाचार प्राप्त गवाह और सबूतों के आधार पर लिखा गया है जो कि प्रशासनिक जांच और कार्यवाही के समय उपलब्ध कराया जाएगा। 

 

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