गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: तेज रफ्तार ट्रक ने छीनी जिंदगी, ट्रैफिक सिस्टम पर उठे सवाल..?

गौरेला-पेंड्रा। मुख्य मार्ग पर कल शाम रफ्तार का कहर एक बार फिर देखने को मिला। सेमरा तिराहा, महिंद्रा ट्रैक्टर शोरूम के पास एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार युवक को कुचल दिया। हादसे में 29 वर्षीय युवक उस्माउल की मौके पर ही मौत हो गई। वह मूल रूप से कोलकाता का रहने वाला था और सेमरा में किराए के मकान में रहकर फेरी का काम करता था।
दुर्घटना के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। घटना के चलते गौरेला-सेमरा-पेंड्रा मार्ग पर लंबा जाम लग गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आरोपी चालक की तलाश शुरू कर दी है।
लेकिन बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या यह हादसा सिर्फ लापरवाह चालक की गलती थी, या फिर यातायात विभाग की लापरवाही का नतीजा?
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर ट्रैफिक व्यवस्था पर समय रहते ध्यान दिया जाता तो शायद यह जान बच सकती थी। कलेक्ट्रेट कार्यालय वाली रोड पर भारी वाहनों का प्रवेश आखिर कैसे हो रहा है? नो-एंट्री जोन में भी ट्रक, ट्रेलर और हाईवा खुलेआम दौड़ रहे हैं और ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
सूत्रों के मुताबिक, यातायात विभाग के सिद्धार्थ शुक्ला रेत उत्खनन करने वालों पर कार्रवाई और उनसे “सिस्टम” बनाने में ज्यादा रुचि लेते हैं, जबकि शहर और मुख्य मार्गों पर बड़े वाहनों की अवैध आवाजाही पर कोई सख्ती नहीं दिखाई देती।
जनप्रतिनिधियों का आरोप
यातायात विभाग ट्रैफिक सुधारने की बजाय अपना “सिस्टम” बनाने में ही व्यस्त है, जिससे आम जनता की जान पर बन आती है।
फिलहाल पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। अधिकारियों का दावा है कि आरोपी चालक को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। मगर सवाल अब भी बरकरार है—क्या समय रहते यातायात विभाग सख्ती बरतता तो इस मौत को टाला जा सकता था?