सरस्वती शिशु मंदिर के दोस्तों का रियूनियन…..आंखे नम और चेहरों की मुस्कान….छलका जज्बातों का समन्दर…..
छत्तीसगढ़ उजाला

स्कूल दोस्तों का मिलन : स्कूल रियूनियन में छलका जज़्बातों का समंदर….
बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। बचपन के सुनहरे पल जब दोबारा ताज़ा होते हैं, तो दिल को एक अलग ही सुकून मिलता है। ऐसा ही नज़ारा रविवार को शहर के एक निजी होटल में आयोजित हुआ.सरस्वती शिशु मंदिर तिलक नगर के छात्रों व छात्राओं के मिलन का आयोजन स्कूल के कुछ पुराने साथियों ने आयोजित किया.इसमे कुछ छात्र देश के अलग अलग राज्य में निवास कर रहे हैं तो कुछ दोस्त विदेश मे रह रहे हैं.स्कूल के दोस्तों का मिलना सच मे अद्भुत हैं.
स्कूल रियूनियन कार्यक्रम में देखने को मिला, जहाँ वर्षों बाद स्कूल के साथी दोबारा मिले।कार्यक्रम की शुरुआत अद्भुत रही.पुराने दिनों की यादों का सिलसिला छिड़ गया। किसी ने टिफ़िन साझा करने की कहानी सुनाई तो किसी ने कक्षा की शरारतों को याद किया। वर्षों बाद मिले इन दोस्तों की आंखों में चमक और चेहरे पर मुस्कान साफ झलक रही थी।सभी अपने बीते हुए कल में पहुच गए थे.
रियूनियन में मौजूद सभी ने माना कि स्कूल के दिन जीवन के सबसे सुनहरे पल होते हैं। डॉक्टर, इंजीनियर, व्यवसायी, सरकारी अधिकारी और गृहिणी बनने के बाद भी जब सभी साथ बैठे, तो पद-प्रतिष्ठा पीछे छूट गई और सब फिर से पुराने दिनों की तरह खुलकर हँसे।सभी के चेहरे गदगद थे सभी अपने पुराने साथियों से गले मिलकर अपनी खुशी व्यक्त कर रहे थे। कुछ कि आंखे नम और चेहरे में मुस्कान नज़र आई।
स्कूल के कुछ साथियों ने इस आयोजन को करने का काम किया.अपने पुराने शिक्षकों के संदेश भी साझा किए और भविष्य में ऐसे कार्यक्रम को आयोजित करने की बात भी की।इस रियूनियन ने साबित कर दिया कि दोस्ती का रिश्ता समय और दूरी से कभी कमज़ोर नहीं होता। बचपन की यादें ही जीवन को बार-बार जीने का एहसास कराती हैं। कुछ खास बाते जीवन की एक दूसरे को बताना चाहते हैं। एक अलग आनंद आज बिलासपुर के एक बड़े होटल में सरस्वती शिशु मंदिर तिलक नगर के पूर्व छात्रों व छात्राओं के मिलन पर नज़र आया।