रायपुर

*जी.एस.टी. दरों में अप्रत्याशित कटौती से कृषि बाजार होगें गुलजार*

छत्तीसगढ़ उजाला

 

रायपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की दूर दृष्टि सोच के तहत जी.एस.टी. दरों में भारी भरकम कटौती की है । इस कटौती का सीधा लाभ कृषि एवं किसानों को मिलेगा । 22 सितम्बर 2025 से लागू होने वाली नई दरें कृषि व कृषकों के कल्याण के लिए मील का पत्थर साबित होगी । भारत सरकार के फैसले से एक तरफ जहां कृषि लागत मूल्य कम होगा तो वहीं उत्पादन में बेतहाशा वृद्धि होगी । इससे किसानों की बल्ले-बल्ले तो होगी ही साथ ही साथ देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी । भारत के किसानों को आत्मनिर्भर बनने तथा विकसित भारत की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना को साकार करने का अवसर मिलेगा ।

भारत में जी.एस.टी. (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) एक एकीकृत टैक्स व्यवस्था है जो वेट, एक्साइज ड्यूटी, सर्विस टैक्स आदि अप्रत्यक्ष करों को सम्मिलित कर 1 जुलाई 2017 से लागू है । देश में व्यापार को सुलभ बनाने, पारदर्शिता लाने एवं कर चोरी को रोकने के उद्देश्य से लागू इस व्यवस्था में वर्तमान मे चार स्लेब है जिसे घटाकर अब दो स्लेब कर दिया गया है । जनता की मांग पर व्यापारियों एवं उपभोक्ताओं के हित में 2017 के बाद कई बदलाव हुए है लेकिन जी.एस.टी. कौंसिल की 56वीं बैठक में जो बदलाव का निर्णय लिया गया है वह नई आर्थिक क्रांति का सूचक है । 22 सितम्बर 2025 से लागू होने वाली नई व्यवस्था तथा जी.एस.टी. दरों में कटौती से आम उपभोक्ताओं विशेष कर किसानों के लिए सौगात से कम नहीं है । देश की अर्थव्यवस्था पर निश्चित रूप से इस बदलाव का सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा । कृषि के क्षेत्र में उपयोग में आने वाली मशीनों, उपकरणों, थ्रेसर, खाद्यान्न प्रोसेसिंग उपकरण, खाद निर्माण की मशीनें, जैव-कीटनाशक, वानिकी व बागवानी के उपयोग की मशीनें व उपकरण, सिंचाई के काम में आने वाली मशीनें, ड्रिप एरिगेशन सिस्टम, स्प्रिंकलर, डेयरी उद्योग व पशुपालन, मुर्गीपालन, बकरी पालन व मत्स्य पालन में उपयोग की जाने वाली मशीनों और उपकरणों के अलावा अन्य कृषिपयोगी यंत्रों के दाम सस्ते हो जायेंगे। वर्तमान में इन पर 12 प्रतिशत टैक्स लगता था जो घटकर अब मात्र 5 प्रतिशत हो जायेगा। फलस्वरूप किसानों को सस्ते दामों पर उपकरण बाजार में मिलेंगे । इन उपकरणों के सस्ते हो जाने से इन मशीनों की मांग बाजार में बढ़ेगी जिससे उपकरण निर्माण से जुड़े उद्योगों को भी फायदा होगा। कृषिपयोगी यंत्रों के दाम घटने से लघु व सीमांत किसान भी इन उपकरणों का इस्तेमाल कर सकेंगे। कृषि के क्षेत्र में नई तकनीक का प्रयोग बढ़ेगा। किसानों को कम से कम लागत में अधिक से अधिक उत्पादन करने की हमेशा चिंता रहती है, जी.एस.टी. दरों में प्रस्तावित कटौती से उनकी यह चिंता दूर हो जाएगी। नए बदलाव से उत्पादन लागत तो घटेगा ही, साथ ही साथ नई उन्नत तकनीक के प्रयोग से कृषि उत्पादन भी बढ़ेगा।

मोदी सरकार ने चमत्कारिक निर्णय लेते हुए 12 किस्म की जैव-कीटनाशकों और प्राकृतिक मेंथाल पर भी टैक्स घटा दिया है जिससे भारत में जैविक कृषि को प्रोत्साहन मिलेगा । वर्तमान में किसानों को कृषि उत्पाद के विपणन के लिए सुलभ बाजार की व्यवस्था तो है ही, लेकिन लघु एवं सीमांत किसान साधन के अभाव में अपना उत्पाद बाजार तक नहीं पहुंचा पा रहे थे। अब संसाधनों के मूल्य में कमी हो जाने से अपने उत्पादों को परिवहन करके बाजार तक आसानी से पहुंचा सकेंगे।

खाद्यान्न के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने तथा विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी.एस.टी. दरों में कटौती करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। निश्चित रूप से इस बदलाव से कृषि प्रधान देश में आर्थिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा। अतः यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि 22 सितम्बर 2025 का दिन भारत के खेती किसानी के लिए स्वर्णिम युग की शुरुवात होगी। इस ऐतिहासिक बदलाव से खेत और खेतिहर दोनों गुलजार होंगे।

Related Articles

Back to top button