छत्तीसगढ

*गरीबों से राशन कॉर्ड के नाम से रिश्वत लेना बर्दाश्त नही- रंगा नादम भाजपा पार्षद*

छत्तीसगढ़ की न्यायधानी मे नगर निगम के अफसरों की अपनी मनमानी अक्सर चर्चा मे रहतीं है.कुछ दिन पहले भाजपा पार्षद रंगनादम के ऊपर एक आरोप निगम के सहायक निरीक्षक मनीष उपाध्याय ने लगाया था.वो सारे आरोप झूठे व मनगढंत नज़र आए.वास्तविकता कुछ और निकली.भाजपा के तेजतर्रार पार्षद रंगानादम ने निगम कर्मी के आरोप पर अपना बयान जारी करते हुए बताया है.

●छत्तीसगढ़ उजाला बिलासपुर●

गरीबों से राशन कॉर्ड के नाम से मनमानी का विरोध मैं करता रहूंगा.मुझे ऐसी मनमानी बर्दाश्त नहीं हैं उक्त बाते भाजपा के तेजतर्रार पार्षद रंगानादम ने कही.उन्होंने छत्तीसगढ़ उजाला से चर्चा में बताया कि मेरे पास सहायक निरीक्षक मनीष उपाध्याय द्वारा राशन कार्ड बनाने के नाम से 2 से 3 हजार की अवैध वसूली की शिकायत आई.मेरे वार्ड और जोन के अंतर्गत आने वाले समस्त हितग्राहीयो से  ऐसी शिकायत लगातार मिल रही थी चूँकि अध्यक्ष होने के नाते मेरा दायित्व बनता है की मै हितग्राहियों एवं वार्ड वासियो को शासन की योजनाओ का लाभ दिला सकूँ, बार बार शिकायत के बाद भी मैने दो से तीन बार उनको समझाने का प्रयास किया की किसी भी हितग्राही वार्ड वासियो से रिश्वत नही लेना है.

 

किन्तु लगातार समझाने के बाद भी मनीष उपाध्याय अपनी मनमानी बंद नहीं किए.तब मैने उसको बुलाकर फटकार लगाई और कहा की हम लोग भाजपा के लोग है और मोदी जी के मार्गदर्शन मे न खायेंगे न खाने देंगे.यह बोलकर उसको कड़ी फटकार लगाई साथ ही डांटा और बोला की अगर किसी भी हितग्राही या वार्ड वासियो से एक पैसा भी लिए तो बर्दास्त नही करेंगे, कड़े शब्दो में कहा, बस इतनी बात को बार बार माहौल बनाकर कुछ कांग्रेसी नेताओ के कहने मे  मेरी छबि खराब करने की कोशिश मनीष उपाध्याय कर रहा है, किंतु मुझे कोई फर्क नही पड़ता मेरे वार्ड की जनता जनार्दन जिसने मुझको अपना कीमती वोट देकर जिताया है अगर उनसे कोई भी एक रुपये की भी रिश्वत लेगा तो मै बर्दाश्त नही करूँगा।

 

निगम के सहायक निरीक्षक मनीष उपाध्याय ने पुलिस थाने में जो शिकायत की थी उसको भी वापस लेने का आवेदन पुलिस थाने में दिया हैं.कुल मिलाकर एक बेहतरीन और दमदार पार्षद को बदनाम करने का काम किया गया था.वह मामला अब पूरी तरह से साफ हो गया हैं.इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ उजाला की टीम ने मनीष उपाध्याय से सम्पर्क करने की कोशिश की पर उन्होंने हमारा फोन नहीं उठाया.

मैं यहां जनसेवा के उद्देश्य से आया हूं.मैं एक पैसा ना खाऊंगा न किसी को खाने दूंगा।निगम के लोगों को यह बात समझ में आनी चाहिए.शहर को स्वच्छ व सुन्दर हर तरह से बनाना है.बेईमानों को बाहर का रास्ता दिखाना हैं.सबका साथ सबका विश्वास और सबका विकास होना महत्वपूर्ण हैं.सुशासन की सरकार हैं.गलत करने वालों नहीं बक्शा जाएगा.

Anil Mishra

Related Articles

Back to top button