छत्तीसगढ

गुरूघासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय में हिन्दू छात्रों को जबरन पढ़ाया नमाज…..लाचार कुलपति ने अब तक इस मामले पर नहीं की कार्रवाही……आरोपित प्रोफ़ेसरो को कौन बचा रहा हैं?

●छत्तीसगढ़ उजाला●

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के हिंदू छात्रों से जबरदस्ती नमाज पढ़ाने का मामला सामने आया है. हिंदू छात्रों ने बीती रात कोनी पुलिस थाने में एनएसएस कोऑर्डिनेटर और प्रोग्राम ऑफिसर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है वे उन्हें NSS कैंप में योगा के बहाने जबरदस्ती नमाज पढ़ने पर मजबूर करते हैं.छात्रों को परेशान करने वाले प्रोफेसरों को तत्काल जेल में डालना चाहिए.कुलपति महोदय की इस मामले में चुप्पी भी समझ से परे हैं.कमजोर कुलपति को तत्काल हटाने की चर्चा भी सामने आ रही हैं.क्या विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और कुलपति यहां धार्मिक उन्माद फैलाना चाहते हैं.इस घटना की निंदा हिन्दूवादी नेताओं ने भी की हैं.हिन्दूवादी नेता सौरभ सिंह का कहना है कि इस मामले पर अगर कड़ी कार्रवाही नहीं की जाती है तो हम लोग सड़क मे उतरकर आंदोलन करेंगे.ऐसे भ्रष्ट और अधर्मी कुलपति को जेल के अंदर डालना चाहिए.साथ जिस प्रोफेसर का नाम छात्रों ने बताया है उन सभी को नौकरी से निकाला जाए.

छात्रों ने अपनी शिकायत में बताया कि कोऑर्डिनेटर ने चारों मुस्लिम छात्रों को मंच पर नमाज अदा करने बुलाया और बाकी छात्रों को आदेश दिया कि उन्हें देखकर नमाज अदा करने की प्रक्रिया दोहराएं और सीखें. हिंदू छात्रों ने इस दौरान इसका विरोध भी किया, लेकिन उनसे जबरदस्ती नमाज पढ़ने पर मजबूर किया गया. छात्रों ने बताया कि इस दौरान NSS कैंप के छात्रों का मोबाइल जमा करा लिया गया था, इस वजह से इस घटनाक्रम का कोई वीडियो या फोटो रिकॉर्ड नहीं किया जा सका.

शिकायतत करने वाले हिंदू छात्रों को देखकर ऐसा लग रहा है जैसे वो बहुत ज्यादा भयभीत व डरे हुए हैं. अपने चेहरे को छुपाकर वो अपनी पीड़ा व्यक्त कर रहे थे. उन छात्रों ने पुलिस को बताया कि 26 मार्च से 1 अप्रैल तक NSS का कैंप आयोजित किया गया था. इस कैंप में विश्विद्यालय के 159 छात्र हुए शामिल थे. इनमें से केवल 4 छात्र मुस्लिम थे, जबकि बाकी सभी हिंदू थे. वहीं 30 मार्च को ईद के दिन मुस्लिस छात्रों के साथ-साथ हिंदू छात्रों को भी जबरदस्ती नमाज पढ़वाई गई.इस मामले में कुछ छात्रों ने अपना पहचान छुपाते हुए एक वीडियो भी जारी किया है और अपनी आपबीती सुनाई है. फिलहाल कोनी थाना पुलिस हिंदू छात्रों की शिकायत पर मामले की जांच में जुट गई है. 

छात्रों ने थाने में की शिकायत की

इस मामले को लेकर हमने विश्विद्यालय के कुलपति से सम्पर्क करने की कोशिश कई मर्तबा की.इन्होंने मोबाइल अटेंड ही नहीं किया.पर ये महाशय इतने बड़े मामले में भी गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं.इनको यह सब मामला समान्य लगता हैं.अभी तक विश्विद्यालय प्रशासन ने आरोपित अफ़सरो पर कोई कार्रवाही नहीं की हैं.

 

छत्तीसगढ़ में ऐसी घटना केन्द्रीय विश्वविद्यालय में पहले भी घट चुकी हैं. विश्विद्यालय प्रशासन गहरी निद्रा में मस्त प़डा हुआ हैं.इस घटना से विश्वविद्यालय की अव्यवस्था की पोल खुलकर आ गई हैं.इस मामले में शामिल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सहित  सभी को तत्काल नौकरी से टर्मिनेट करते हुए जेल के अंदर करना चाहिए.साथ ही विश्वविद्यालय के कुलपति को तत्काल हटाना चाहिए.ऐसे कमजोर कुलपति को यहां रखना अनुचित है.इस मामले में आरोपियों को कौन प्रश्रय दे रहा हैं.इस अधर्मी काम को करने के लिए इन्हें किसने कहा था.ऐसे बहुत से सवाल है जिनकी जांच होनी बहुत जरूरी हैं.इस मामले पर सीबीआई की जांच होनी चाहिए. आखिर इस अधर्मी काम में कौन कौन शामिल हैं.

Anil Mishra

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