*छात्रावास की बच्ची के बुलाने पर कलेक्टर ने छात्रावास का निरीक्षण करने पहुंची, व्यवस्था में सुधार लाने सहायक आयुक्त को निर्देश दिए*
छत्तीसगढ़ उजाला

गौरेला पेंड्रा मरवाही (छत्तीसगढ़ उजाला)। बच्चे जब छुट्टी में घर गए थे तब छात्रावास की किसी बच्ची ने कलेक्टर को व्हाट्सएप मैसेज कर छात्रावास में अव्यवस्था के संबंध में अवगत कराते हुए छात्रावास आने का निवेदन किया। उसी तारतम्य में कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी बच्ची की बात को तत्काल संज्ञान में लेते हुए निमधा के कन्या छात्रावास का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सहायक आयुक्त आदिवासी विकास गोपेश मनहर भी उपस्थित थे। निरीक्षण के दौरान छात्रावास अधीक्षिका अनुपस्थित पाई गई। अनुपस्थित अधीक्षिका को नोटिस जारी किया गया है। कलेक्टर के द्वारा बच्चों से चर्चा की गई। बच्चों ने बताया कि शौचालय में पानी सप्लाई नहीं होता है, खाने में सिर्फ आलू और बंधा गोभी की सब्जी दी जाती है एवं दाल भी प्रतिदिन नहीं दिया जाता है। बच्चों से पालक मुलाकात करने छात्रावास आते हैं तो उन्हें छात्रावास के बाहर धूप में ही मुलाकात कराया जाता है। कलेक्टर ने व्यवस्था में सुधार लाने सहायक आयुक्त को निर्देश दिए।
कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने निमधा के साथ ही प्रीमैट्रिक कन्या आदिवासी छात्रावास एवं प्रीमैट्रिक बालक आदिवासी छात्रावास सिवनी का भी निरीक्षण किया। कलेक्टर द्वारा छात्रावासों में सुरक्षा व्यवस्था, बच्चों के रहन सहन एवं साफ सफाई का अवलोकन किया। साथ ही रसोई रूम में राशन सामग्री की गुणवत्ता एवं स्टॉक की उपलब्धता मेन्यू के अनुसार दी जाने वाली भोजन एवं नाश्ता की जानकारी ली। उन्होंने बच्चों से चर्चा की और उनके अध्ययन अध्यापन तथा किसी तरह की समस्या तो नहीं है के बारे में पूछताछ की। उन्होंने संबंधित अधीक्षकों को छात्रावास परिसर में साफ सफाई रखने तथा कचरों के लिए डस्टबीन का उपयोग करने के निर्देश दिए।