*राजधानी की शहर सरकार चलाएगी महिला मेयर….तीनो दलों ने ब्राह्मण महिला को बनाया प्रत्याशी…..*

रायपुर छत्तीसगढ़ उजाला
छत्तीसगढ़ में नगर निगम चुनाव को लेकर सभी पार्टियों में प्रत्याशी बनने की जद्दोजहद के बाद नाम तय कर लिये गए। रायपुर के महापौर की सीट सामान्य महिला घोषित होते ही घमासान मचना लगभग तय ही है।भाजपा में कई दावेदार अपनी टिकट के लिए प्रयासरत थे पर मीनल चौबे ने टिकट लाकर अपनी एक पारी तो जीत ही गयी।वैसे भी पार्टी में टिकट लाना ही बड़ा कठिन काम माना जाता है।मीनल चौबे के साथ ही सरिता दुबे का भी नाम भाजपा से सामने आने की चर्चा थी।पर अब भाजपा ने अपने प्रत्यशियों का नाम तय कर दिया है।वैसे कॉंग्रेस में भी काफी नेता भी अपनी टिकट के लिए लगे थे इसमे प्रमोद दुबे की पत्नी दीप्ति दुबे के नाम पर कांग्रेस ने मुहर लगाई है।राजधानी में इस बार का निकाय चुनाव जबरदस्त रहेगा।राजधानी से निकाय चुनाव में आप पार्टी ने पेशे से डॉक्टर शुभांगी तिवारी को मैदान में उतारने का फैसला किया है।सभी पार्टी ने इस बार ब्राह्मण प्रत्याशी पर भरोसा किया है।राजधानी के निकाय चुनाव में कौन बाजी मारेगा यह कह पाना इतना आसान भी नही है।भाजपा कॉंग्रेस और आम आदमी पार्टी ने सभी जगहों पर अपने अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है।वैसे यह चुनाव साय सरकार के लिए भी प्रतिष्ठा का चुनाव है।एक वर्ष की सत्ता के बाद जनता के बीच इनका कितना प्रभाव पड़ा है यह भी समझ मे आ जायेगा।
रायपुर से भाजपा की प्रत्याशी मीनल चौबे एक मजबूत उम्मीदवार कही जा सकती है।कांग्रेस के मेयर को निगम में घेरने का काम बखूबी करती रही है।जनता के बीच मे एक जाना पहचाना नाम भी कहा जा सकता है।भाजपा में एक सशक्त उम्मीदवार को ही मैदान में उतारा है।वर्तमान में रायपुर नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में भी रहीं है।मीनल चौबे को पार्षद के रूप में रायपुर नगर निगम का लंबा अनुभव भी है।सत्ताधारी दल को भी राजधानी में वर्चस्व बने रहने की उम्मीद है।बाकी अब जनता किसको मेयर के लिए चुनती है यह तो परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा।
वही कॉंग्रेस ने भी ब्राह्मण महिला पर अपना भरोसा जताया है।टिकट की मारामारी के बीच मे पूर्व महापौर प्रमोद दुबे की धर्मपत्नी के नाम पर मुहर लगाई है।चुनाव समिति ने देर रात ब्राह्मण पारा निवासी दीप्ति प्रमोद दुबे को पार्टी की तरफ से मेयर प्रत्याशी घोषित किया। दीप्ति रायपुर के पूर्व महापौर प्रमोद दुबे की पत्नी हैं। प्रमोद दुबे साल 2015 से 2020 तक रायपुर के मेयर थे। दीप्ति दुबे सामाजिक क्षेत्र में बेहद सक्रिय रहती है।इसके अलावा सामाजिक कार्यक्रमो में भी इनकी उपस्थिति रहती है।कांग्रेस को एक मजबूत केंडिडेट के रूप में इससे अच्छा व सही कोई भी नही मिला।कांग्रेस के एक बड़े नेता के रूप में प्रमोद दुबे को जाना जाता है।वैसे रायपुर में ब्राह्मणों का एक अलग वर्चस्व रहा है।इस बार सामान्य सीट होते ही काफी दावेदार अपनी जुगत में लगे थे।
इन दोनों राजनैतिक दलों के साथ ही आम आदमी पार्टी ने भी ब्राह्मण प्रत्याशी को मैदान में उतारा है।रायपुर से आप की शुभांगी तिवारी पेशे से डॉक्टर हैं। शुभांगी ने MBBS की पढ़ाई के बाद मैंगलोर से जनरल सर्जरी में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। शुभांगी की माँ अंजू चंद्रशेखर तिवारी भी दो बार निर्दलीय पार्षद रह चुकी हैं। आम आदमी पार्टी का वैसे छत्तीसगढ़ में कोई बहुत ज्यादा दबदबा नही है।पर एक दमदार प्रत्याशी उतारकर दोनों दलों को भी सोचने के लिए मजबूर कर दिया है।
कुल मिलाकर राजधानी के व्हाइट हाउस में इस बार एक ब्राह्मण महिला बैठेगी जो शहर सरकार को अपने हिसाब से चलाएगी।एक महिला बहुत कुछ कर सकती है।कुल मिलाकर यह चुनाव जबरदस्त रहेगा।अब निगम की सत्ता में कौन सी पार्टी का प्रत्याशी बैठेगा यह देखना फिलहाल बाकी है।