बिलासपुर में मतदान 7 को चुनाव की तैयारियां पूरी, अर्धसैनिक बल ने संभाला मोर्चा, जिले में शांतिपूर्ण चुनाव कराने शराब के अवैध कारोबार से जुड़े लोगों पर लगातार कार्यवाही जारी, आबकारी एक्ट के तहत 186 लोग आर्म्स एक्ट के तहत 59 भेजें गए जेल
छत्तीसगढ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ उजाला)। जिले में निष्पक्ष चुनाव के लिए प्रशासन की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई है। इधर चुनाव के दौरान सुरक्षा को लेकर पुलिस की तैयारियां भी पूरी हो चुकी है। जिले के संवेदनशील मतदान केंद्रों में अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया जाएगा। साथ ही सशस्त्र जवान लगातार क्षेत्र में पैट्रोलिंग करेंगे। शनिवार को अधिकारियों की बैठक लेकर सुरक्षा तैयारियों की जानकारी ली गई।
साथ ही चुनाव आब्जर्वर को सुरक्षा संबंधी जानकारी से अवगत कराया गया। एएसपी अर्चना झा ने बताया कि शनिवार को बिलासा गुड़ी में अधिकारियों की बैठक रखी गई। इसमें एसपी रजनेश सिंह ने अधिकारियों को जिले के भौगोलिक जानकारी दी। साथ ही मतदान केंद्रों की स्थिति, पुलिस की तैयारी, फोर्स की तैनाती की जानकारी के संबंध में विस्तार से बताया। उन्होंने अधिकारियों को बताया कि आम जनता के भरोसे को बरकरार रखने संवेदनशील क्षेत्र में पैट्रोलिंग की जा रही है। फ्लेग मार्च के साथ ही संदिग्ध वाहनों की जांच, होटल और धर्मशाला में ठहरे लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है।
बैठक में कलेक्टर अवनीश शरण, जनरल आब्जर्वर आइएएस अभय ए महाजन, एक्सपेंडिचर आब्जर्वर आइआरएस श्रीकांत नामदेव, पुलिस आब्जर्वर आइपीएस राहुल देव, एएसपी उमेश कश्यप, अनुज कुमार और अर्धसैनिक बल के अधिकारी मौजूद रहे।
अवैध शराब पर कार्रवाई, 186 को भेजा गया जेल
जिले में शांतिपूर्ण चुनाव कराने शराब के अवैध कारोबार से जुड़े लोगों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। जिले में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक पांच हजार लीटर शराब जब्त की गई है। आबकारी एक्ट के तहत 186 लोगों को जेल भेजा गया है। पुलिस ने 59 लोगों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई की है।
इस दौरान पांच लोगों से बंदूकें जब्त की गई। सात लोगों को किया तड़ीपार, एक हजार गैर जमानती वारंट किए गए तामील एसपी रजनेश सिंह ने अधिकारियों को बताया कि जिले में बदमाशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है। पुलिस ने 44 लोगों को तड़ीपार करने प्रस्ताव तैयार किया है। इसमें अब तक सात लोगों को तड़ीपार किया गया है। आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक एक हजार लोगों के गैर जमानती वारंट तामिल कराने के बाद न्यायालय में पेश किया गया है।