दो महिलाओं ने फर्जी क्राइम ब्रांच अफसर बनकर पुजारी के घर से एक करोड़ 30 लाख रुपये की थी चोरी, आरोपित गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। पुजारी के घर से एक करोड़ 30 लाख रुपये की चोरी के मामले में पुलिस ने दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। महिलाओं के कब्जे से 30 लाख रुपये जब्त किया गया है। मामले में शामिल चार लोग फरार हैं। इनमें से एक पुजारी और जिन्होंने रुपये रखाए थे उनका रिश्तेदार है। अब पुलिस फरार आरोपित की तलाश तेज कर दी है।
सिरगिट्टी बस्ती में रहने वाले कृष्ण कुमार मिश्रा पुजारी हैं। वे मंदिर की सेवा कर गुजर बसर करते हैं। पुजारी ने बताया कि सकरी में रहने वाले विद्याप्रकाश पांडेय उनके चेले हैं। पारिवारिक परेशानियों के चलते विद्याप्रकाश उनसे मिलने के लिए आया था। पुजारी ने उन्हें उपाय बताया। इसके बाद से उनके बीच अच्छे संबंध हो गए। करीब छह महीने पहले उसने एक बंद पेटी जिसमें ताला लगा था पुजारी को सौंप दिया। उसने पेटी में कुछ रुपये और दस्तावेज होने की बात कही। मंगलवार 13 अगस्त को पुजारी राजनांदगांव में थे। इसी दौरान करीब 12 बजे चार युवक और दो महिलाएं उनके घर आई। युवकों ने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए घर में कुछ माल आया है कहकर परिवार के सदस्यों को धमकाना शुरु कर दिया। इसके बाद वे विद्याप्रसाद के दिए पेटी को ले भागे। इसकी जानकारी होने पर पुजारी ने सिरिगट्टी थाने में की। शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान पुलिस को अहम सुराग मिले। इसके आधार पर पुलिस ने मंगलवार को तिफरा जोन कार्यालय के पास रहने वाली सिंधु वैष्णव(25) और भारतीय नगर में रहने वाली रानी बैरागी(30) को पकड़ लिया। प्राथमिक पूछताछ में दोनों गोलमोल जवाब दे रही थीं। कड़ाई करने पर उन्होंने अपने परिचित के युवकों के कहने पर चोरी की घटना में शामिल होना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने सिंधु के कब्जे से 20 लाख और रानी से 10 लाख रुपये जब्त किया है। शेष रकम युवक अपने साथ ले गए हैं। महिलाओं से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने युवकों की तलाश तेज कर दी है।
दोनों के परिचित होने के कारण रुपयों की जानकारी हो गई लीक
महिलाओं ने बताया कि चोरी की घटना में आसमा सिटी में रहने वाला एक युवक शामिल है। वह पुजारी कृष्ण कुमार और विद्या प्रकाश दोनों का परिचित है। उसे रुपयों के संबंध में पूरी जानकारी थी। रुपयों को हड़पने के लिए उसने अपने साथियों और महिलाओं को योजना में शामिल किया। प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि महिलाओं को उनका हिस्सा देने के बाद युवकों ने शहर छोड़ दिया है। इधर महिलाएं रुपये लेकर अपने घर पर ही रह रही थी। मोबाइल काल डिटेल और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस महिलाओं तक पहुंच गई। वहीं, युवकों की जानकारी जुटाई जा रही है।