शहर के हर क्षेत्र में कबाड़ियों का जाल फैला, कबाड़ियों के ठिकाने बन रहे वाहन चोरों का पनाहगाह, पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
छत्तीसगढ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ उजाला)। शहर के हर क्षेत्र में कबाड़ियों का जाल फैला हुआ है। गली-मोहल्लों से लेकर बड़े कबाड़ियों के यार्ड तक चोरी का सामान खपाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। पुलिस की कार्रवाई केवल खानापूर्ति तक सीमित नजर आ रही है, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
सिरगिट्टी क्षेत्र में सोमवार 11 नवंबर को कबाड़ियों के ठिकाने पर कार्रवाई की गई। इस दौरान तीन ट्रक और करीब चार लाख के कबाड़ जब्त किए गए। मामले में एक कबाड़ी फरार है। उसके कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है। फरार कबाड़ी के खिलाफ पहले भी रेलवे के सामान की चोरी का आरोप लगा था। इस मामले में भी उसके कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। आरोपित कबाड़ी को पुलिस की टीम पकड़ ही नहीं पाई, गिरफ्तारी के पहले ही उसने न्यायालय से जमानत ले ली। सोमवार को भी पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई। इससे पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं। इधर शहर के दूसरे क्षेत्र में कबाड़ी बेखौफ हैं। पुलिस केवल सिरगिट्टी क्षेत्र में कार्रवाई कर रही है। शहर के सरकंडा, कोनी, सिटी कोतवाली समेत हर क्षेत्र में कबाड़ियों के ठिकाने पर चोरी के सामान पकड़े गए हैं। इसके बाद भी पुलिस जांच तक नहीं कर पा रही है।
पुलिस की यारी, जिले में बेखौफ चल रही कबाड़यों की दुकानदारी
सिरगिट्टी क्षेत्र में कार्रवाई के बावजूद शहर के अन्य क्षेत्रों में कबाड़ियों का नेटवर्क बेखौफ चलता रहा। शहर के सरकंडा, सकरी, सिटी कोतवाली आदि क्षेत्रों में चोरी के सामान के पकड़े जाने की खबरें आती रही हैं, लेकिन पुलिस की कार्रवाई सिरगिट्टी तक ही सीमित रही। अन्य क्षेत्रों में सक्रिय कबाड़ियों पर पुलिस की नजर न पड़ने से यह सवाल उठने लगे हैं। चर्चा है कि यह कार्रवाई केवल खानापूर्ति है।
जिले में वाहन चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं और पुलिस इस पर लगाम कसने में नाकाम है। चोरों के निशाने पर आए चोरी के वाहन कबाड़ियों के ठिकानों पर खपाए जा रहे हैं। कुछ मामलों में पुलिस ने ऐसी घटनाओं का पर्दाफाश किया भी है, लेकिन इसके बावजूद कबाड़ियों के ठिकानों की नियमित जांच नहीं हो पा रही है। इससे यह संदेह गहराता जा रहा है कि पुलिस की शह पर ही कबाड़ी अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे हैं।
पुलिस की कार्रवाई में जिस तरह से लापरवाही सामने आ रही है, उससे लोगों में असंतोष बढ़ रहा है। पुलिस का काम केवल छापेमारी तक सीमित रहना और प्रभावी ढंग से कबाड़ियों के नेटवर्क को ध्वस्त न कर पाना, कहीं न कहीं उसकी भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े करता है। जरूरत इस बात की है कि पुलिस शहर के हर क्षेत्र में सख्त कार्रवाई करते हुए कबाड़ियों पर कड़ी कार्रवाई करे। जिससे चोरी के सामान की खरीद-फरोख्त पर लगाम लग सके। कड़ी कार्रवाई नहीं होने के कारण वाहन चोरों के साथ ही कबाड़ी भी बेखौफ हैं।