जशपुरनगर (छत्तीसगढ़ उजाला)। जशपुरनगर जल संसाधन विभाग के मुख्य कार्यपालन अभियंता विजय जामनिक को शासन ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। विभाग द्वारा जारी किए गए निलंबन आदेश के अनुसार विजय जामनिक पर बिना सक्षम अधिकारी की स्वीकृति के अवकाश अवधि का स्वयं का वेतन निकालने और विभागीय कार्यो में निष्क्रियता बरतने के मामले में विभाग ने जांच समिति का गठन किया था।
जांच में आरोप की पुष्टि होने पर विभाग ने ईई जामनिक के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की है। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान कुनकुरी के पूर्व विधायक युडी मिंज ने विजय जामनिक को लेकर एक पत्र लिखा था। इस पत्र में आस्था का केंद्र सोगड़ा आश्रम पर जामनीक की पोस्टिंग कराने का आरोप लगाए जाने से विवाद की स्थिति बन गई थी।
चारों ओर से हुई आलोचना के बाद पूर्व विधायक युडी मिंज ने इस मामले में लिखित माफ़ी मांगी ली थी। बीते दिनों जामनिक उस समय चर्चा में आये ज़ब उन्होंने सरगुजा संभाग में हुए अपने ट्रांसफर को उच्च न्यायालय में चुनौती दी। अपने याचिका में न्यायालय को बताया था कि उनकी सेवा निवृति को कुछ महीने ही शेष है,इसलिए उनका ट्रांसफर नियम के विपरीत है। इसी आधार पर उच्च न्यायालय से स्थगन आदेश मिल गया था।
इसके बाद इंटरनेट मिडिया में विभाग को जामनीक द्वारा लिखा गया पत्र इंटरनेट मिडिया में प्रसारित हुआ था। जिसमे उन्होंने रिकार्ड में गड़बड़ी का दावा करते हुए बताया था कि उनकी सेवा निवृत्ति में एक साल का समय बचा हुआ है। अभी कुछ ही दिनों पहले उन्होंने विभाग को लिखें पत्र में शिकायत की थी कि उनके कार्यालय में आये तीन कथित जांच अधिकारियो ने महत्वपूर्ण दस्तावेज की मूल प्रति को गायब कर दिया है।