*सायबर ठगी के मामले में पीड़ितों की राशि वापस कराने पुलिस की ओर से पहल शुरू, 5 महीने में आठ सौ से अधिक मामलें के अपराधियों को पकड़ने चल रही जांच* *दो हजार बैंक एकाउंट और डेढ़ हजार मोबाइल सिम होंगे बंद*
छत्तीसगढ़ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)।सायबर ठगी के मामले में पीड़ितों की राशि वापस कराने पुलिस की ओर से पहल शुरू की गई है। इसके लिए पुलिस की ओर से पीड़ितों से संपर्क कर प्रक्रिया की जानकारी दे रही है। इसके अलावा जरूरी सहायता एसीसीयू की ओर से उपलब्ध कराया जा रहा है। बीते तीन दिनों में कई पीड़ितों को एसीसीयू में बुलाकर उनके रुपये बैंक में फंसे होने की जानकारी दी गई है।
एएसपी अनुज कुमार ने बताया कि साइबर फ्राड के बाद कई लोग आनलाइन शिकायत करते हैं। शिकायत मिलते ही साइबर सेल की ओर से संबंधित खाते को होल्ड करा दिया जाता है। इधर पीड़ित अपनी शिकायत दर्ज कराने के बाद भूल जाते हैं। इसके अलावा कई लोगों को पता ही नहीं चलता की उनकी राशि बैंक खाते में होल्ड है। बैंक में जिले के एक हजार से अधिक लोगों के करीब दो करोड़ रुपये फंसे हुए हैं। इसकी जानकारी लोगों को नहीं थी। इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस की ओर से अभियान चलाया जा रहा है। एसीसीयू ऐसे लोगों को बुलाकर होल्ड रुपये की जानकारी दे रही है। इसके साथ ही रुपये वापस पाने प्रक्रिया को बताया जा रहा है। बीते तीन दिनों में करीब 30 लोगों को बुलाकर उनके रुपयों की जानकारी दी गई है।
ठगी के मामले की शिकायत पर पुलिस की ओर से जांच की जा रही है। इसके साथ ही बैंक में होल्ड रुपये वापस कराने प्रयास किया जा रहा है। पुलिस की जांच जारी है। आरोपितों की तलाश की जा रही। इस बीच पीड़ितों की रकम को वापस कराया जाएगा। इसके लिए दो साल की शिकायतों की जांच चल रही है।
आनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में दो हजार 112 बैंक एकाउंट की पहचान की गई है। इनमें धोखाधड़ी के रुपये जमा है। इसके साथ ही एक हजार 400 मोबाइल सिम के माध्यम से धोखाधड़ी की घटनाओं को अंजाम दिया गया है। एसीसीयू और जिला पुलिस के माध्यम से इन संदिग्ध बैंक एकाउंट को फ्रीज कराने कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही संदिग्ध मोबाइल सिम को ब्लाक कराया गया है।
तत्काल हेल्प लाइन नंबर पर करें काल
एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि आनलाइन धोखाधड़ी के मामले की जानकारी तत्काल 1930 पर काल कर जानकारी दी जा सकती है। इसके बाद साइबर सेल तत्काल संबंधित बैंक एकाउंट को होल्ट कराने प्रयास करती है, साथ ही आनलाइन शिकायत दर्ज कराई जा रही। इससे पुलिस को रुपये वापस कराने में मदद मिलती है। जितनी जल्दी शिकायत मिलती है। पुलिस को जांच में सहयोग मिलता है।
एसपी ने की अपील
एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि साइबर ठग नए-नए तरीकों से धोखाधड़ी का प्रयास करते हैं। ऐसे धोखाधड़ी से बचने के लिए लोगों को भी जागरूक होना चाहिए।
1 कोई भी व्यक्ति पुलिस का अधिकारी, सीबीआइ अथवा खुद को ईडी का अधिकारी बताकर रुपये की मांग करता है तो तत्काल इसकी जानकारी संबंधित थाने में दी जाए।
2 अनजान लोगों को बैंक की गोपनीय जानकारी, मोबाइल पर आए ओटीपी, आधार कार्ड और पैन कार्ड की जानकारी ना दें।
3 अनजान वेबसाइट और अनाधिकृत एप डाउनलोड करने से बचें।
4 कम मेहनत से अधिक लाभ या रकम दोगुना करने के झांसे मे ना आएं।
5 इंटरनेट मीडिया जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम और वाट्सएप के माध्यम से अश्लील साइट को हटा दें। लाइव चैटिंग से बचें।
6 परीक्षा में पास करा देने का झांसा देने वालों से बचें। जिन मोबाइल नंबर के पहले 92 हो उसे रिसिव ना करें।