अब आयुष्मान से इलाज में नहीं हो सकेगी किसी तरह की बदमाशी, मरीज कर सकेंगे तत्काल शिकायत
छत्तीसगढ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ उजाला)। आयुष्मान भारत योजना के हर हितग्राही को निश्शुल्क इलाज की सुविधा दी जाती है। लेकिन अक्सर यह बात सुनने में आता है कि चयनित अस्पताल इलाज करने से मना कर रहे है, या फिर कार्ड से पैसे निकालने के साथ ही नकद रुपये भी मरीज से ले रहे हैं। खासतौर से इस तरह के मामले आयुष्मान से इलाज करने वाले निजी अस्पतालों से सामने आते हैं। वहीं अब ऐसे अस्पतालों पर लगाम लगाने के लिए आयुष्मान से इलाज के दौरान किसी भी तरह के मामला होने पर तत्काल शिकायत करने के लिए एक साथ दो टोल फ्री नंबर जारी किए गए है। जिसमें शिकायत करने पर तत्काल मामलों को जांच के दायरे में लेकर मरीज का सही तरीके से निशुल्क इलाज कराया जाएगा।
आयुष्मान भारत योजना विश्व के सबसे बड़ी निशुल्क स्वास्थ्य योजना हैं। इसके बाद भी अक्सर कई बार इसका लाभ हितग्राही को नहीं मिल पाता है। जिला स्तर पर आयुष्मान से इलाज करने के लिए 73 निजी अस्पताल को चयनित किये गए हैं। जहां पर मरीजों को आयुष्मान कार्ड के माध्यम से निशुल्क इलाज की सुविधा दी जाती है। लेकिन आयुष्मान से इलाज करने वाले निजी अस्पताल अपनी मनमर्जी चलाते हैं। इससे होता यह है कि कई बार मरीज का इलाज करने से ही मना कर दिया जाता है तो अक्सर कार्ड से पैसे काटने के बाद भी दवा आदि के नाम पर मरीज नकद राशि भी ले ली जाती है। इसी तरह कई बार इलाज पर भी ध्यान नहीं दिया जाता है, जिससे मरीज का सही इलाज भी संभव नहीं हो पाता है। ऐसा कोई दिन नहीं होगा कि इस तरह की शिकायत स्वास्थ्य विभाग को न मिलता हो। हर दिन किसी न किसी अस्पताल की शिकायत मिलते ही रहती है। वहीं अब इस तरह के मामलों का निपटारा करने के लिए शासन स्तर पर टोल फ्री नंबर 14555 व आरोग्य 104 नंबर जारी किया गया है। जिसमें इलाज के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या होने पर मरीज फोन लगाकर शिकायत कर सकेंगे। शिकायत मिलने पर टीम तत्काल कार्रवाई करेगी। टोल फ्री नंबर जारी करने से अब निजी अस्पताल प्रबंधन अपने हद में आएंगे व मरीजों को सही इलाज मिल सकेगा।
इलाज से संबंधित हर तरह की कर सकेंगे शिकायत
आयुष्मान भारत के तहत उपचार का बनाए गए पैकेज में हर बातों का ध्यान रखा गया हैं। इसमें बीमारी का इलाज के साथ दवाइयां भी रहती है। लेकिन यह शिकायत मिलती है कि उपचार तो आयुष्मान कार्ड से किया गया है। लेकिन दवाओं के लिए नगद रुपये ले लिया गया है। इसी तरह कई बार कार्ड का पैसा खत्म हो जाने की बात कहते हुए अतिरिक्त रूप से रुपये वसूल लिए जाते हैं। लेकिन अब इन टो फ्री नंबर से इस तरह की समस्या खत्म हो जाएगी।
आयुष्मान भारत के तहत निशुल्क उपचार का फायदा ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना है। कई बार शिकायत मिलती है कि फला अस्पताल सही तरीके से इलाज नहीं कर रहा है तो इलाज के नाम पर अतिरिक्त रुपये ले रहा है। ऐसे मामलों को रोकने के लिए टो फ्री नंबर जारी किया गया है। इस पर शिकायत करने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
डा. अनिल श्रीवास्तव, सीएमएचओ