बिलासपुर

*छात्र की खुदकुशी का मामला : कांग्रेस नेता अकबर खान सहित तीन पर पुलिस ने कायम किया मामला, जांच जारी…*

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बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। काफी माह पूर्व छात्र की खुदकुशी का मामला सरकार बदलते ही प्रकाश में आया था। जिसको लेकर पुलिस ने न्यायलय के आदेश के बाद कार्यवाही की है। कांग्रेस नेता अकबर खान सहित तीन पर पुलिस ने मामला कायम किया है।

हाईकोर्ट ने मामले में कोताही बरतने पर लगाई थी फटकार, जानिए पूरा मामला 

जमीन संबंधी एक प्रकरण में दायर याचिका की सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने लापरवाही बरतने के आरोप में सिविल लाइन सीएसपी को जमकर फटकार लगाई। याचिकाकर्ता ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि शिकायत के बाद भी एफआइआर दर्ज नहीं की जा रही है और आरोपितों को बचाने पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। याचिकाकर्ता ने यह भी कहा है कि इस बात की भी आशंका है कि कहीं पुलिस द्वारा आरोपित को संरक्षण तो नहीं दिया जा रहा है।

याचिका की सुनवाई जस्टिस एनके व्यास के सिंगल बेंच में हुई। सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की ओर से दायर मामले में कुछ नेताओं के नाम सामने आने पर पुलिस द्वारा कार्रवाई ना करने की शिकायत भी की गई है। इस पर कोर्ट ने पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने पर नाराजगी जताई। याचिकाकर्ता जमीन के एक मामले में कांग्रेस नेता अकबर खान और दीपेश चौकसे पर आरोप लगाया है। पुलिस में शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई नहीं करने की बात कही है। दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद हाई कोर्ट ने कड़े शब्दों में सीएसपी से पूछा कि अब तक एफआइआर क्यों दर्ज नहीं की गई। पुलिस की कारवाई से हाई कोर्ट ने सीएसपी को फटकार लगाते हुए कहा कि ऐसा क्या हो जाता है कि बड़े लोगों के ऊपर एफआईआर करने से चूक ही जाते हैं। इतनी कड़ी फटकार लगने के बाद सीएसपी संदीप पटेल के सुर बदल गये। सर तुरंत नोटरी के साथ एफआईआर करता हूँ बोलकर वे अपना पल्ला झाड़ने की कोशिस करने लगे।

गौरतलब है कि सिद्धांत नागवंशी आत्महत्या मामले में भी जज साहब ने स्वतः संज्ञान लेते हुवे इस केस को उसी केस से जुड़ा हुआ बताया। साथ ही साथ उन्होंने सीएसपी संदीप पटेल को डांटते हुवे अपने पहनी हुई वर्दी की इज़्ज़त करने की सलाह दी। बिलासपुर के कानून व्यवस्था का बहुत बुरा हाल है पुलिस पर कई मामलों में लेनदेन के गंभीर आरोप लगते है। लेकिन पुलिस द्वारा कई मामले में झूठे केस बनाकर बेगुनाहों को जेल भेज दिया जाता है। वहीं रशुक के आगे पुलिस नतमस्तक नजर आती है। वही बिलासपुर उच्च न्यायलय द्वारा अभी हालही में ही मीडिया रिपोर्ट के आधार पर जनहित से जुड़े मुद्दे चाहे वह सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सिम्स का हो या भी रेल विभाग से जुड़ा मामला हो। कोर्ट द्वारा इन मामलों में स्वयं संज्ञान लेकर जिस प्रकार व्यवस्था को चलाने वाले ज़िम्मेदारो पर तल्ख टिप्पणी की जा रही है उसकी भी आम जनता जमकर सराहना कर रही है और उम्मीद की जा रही है की जल्दी ही लोगो को उचित इंसाफ मिल सकेगा।

बिलासपुर छात्र की खुदकुशी के मामले में सकरी पुलिस ने कांग्रेस नेता व उसके दो अन्य साथियों पर केस दर्ज किया है। राजीव गांधी चौक निवासी सिद्धांत पिता वीरेंद्र भागवंशी सीवी रमन यूनिवर्सिटी कोटा से बीई इंजीनियरिंग का छात्र था। उसके पिता के अनुसार, वह कांग्रेस नेता नेता अकबर खान के साथ काम कर रहा था। मगरपारा माखन बाड़ा की झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले 15-20 परिवारों जमीन खाली कराने अकबर खान उसे दबाव बनाने भेजने लगा। जमीन खाली नहीं हुआ, तो सिद्धांत को अकबर टार्चर करने लगा। इससे तंग आकर छात्र ने फांसी लगा ली थी। इस मामले में 13 दिसंबर को हाईकोर्ट ने आपत्ति जताई थी और सीएसपी सिविल लाइन संदीप पटेल को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे। सकरी पुलिस ने इस केस में अकबर खान, मीनाक्षी बंजारी, शेबू उर्फ फैजान खान के खिलाफ धारा 306, 34 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।

एफआईआर पर पिता ने उठाए सवाल, रसूखदारों को बचाने का आरोप

आखिरकार हाईकोर्ट के निर्देश पर पुलिस ने इस केस में आत्महत्या के लिए उकसाने का अपराध दर्ज कर लिया है। इसमें पुलिस ने कांग्रेस नेता समेत 3 को आरोपी बनाया है। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि जांच के बाद अन्य की संलिप्तता पाए जाने पर अपराध तय किया जाएगा। लेकिन, पुलिस की इस कार्रवाई पर पिता वीरेंद्र नागवंशी ने सवाल उठाया है।

उनका कहना है कि हाईकोर्ट ने केस में कांग्रेस नेता अकबर, दीपेश चौकसे, तय्यब हुसैन, जमीन मालिक मीनाक्षी बंजारे, वसीन के साथ शिबू उर्फ फैजान खान पर केस दर्ज करने के निर्देश दिए थे। आत्महत्या के लिए इन सभी की बराबर की भूमिका थी। इसके बावजूद पुलिस केस के रसूखदार आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया है। हालांकि, अभी कोर्ट में केस की सुनवाई चल रही है और पुलिस को मामले में जवाब भी देना है।

सिद्धांत नागवंशी ने थाना सकरी क्षेत्र में सुसाइड किया था उसके फ्रेंडस ने एक आवेदन दिया था और उन्होंने माननीय उच्च न्यायालय ने भी केश लगाया था न्यायालय द्वारा अपराध दर्ज करने के आदेश जारी किए हैं, आवेदन में तीन नाम थे जिसके आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है। अकबर खान, मिनाक्षी बंजारे, सिंबू उर्फ फैजान खान का नाम है जिसकी जांच अभी जारी है अपराध में संलिप्त लोगों से और परिजनों के बयान के आधार और भी व्यक्ति के खिलाफ सबूत पाए जाते हैं तो हम कार्यवाही करेंगे।

संदीप पटेल, (आईपीएस) सीएसपी बिलासपुर

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