अदालतों में चल रहे कई मुकदमे पुलिस की गवाही न होने से लंबित पड़े व गंभीर अपराधों में भी पुलिस के गवाह हाजिर नहीं, एसपी सिंह ने टीआई और विवेचकों को पत्र भेजकर कोर्ट की हर पेशी में अनिवार्य रूप से उपस्थित होने के लिए कहा
छत्तीसगढ़ उजाला
बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। अदालतों में चल रहे कई मुकदमे पुलिस की गवाही न होने से लंबित पड़े हैं। गंभीर अपराधों में भी पुलिस के गवाह हाजिर नहीं हो रहे हैं। इससे तारीखें बढ़ती जा रही हैं और पीड़ितों को न्याय मिलने में देरी हो रही है। एसपी रजनेश सिंह ने सभी थानेदार और विवेचकों को पत्र भेजकर कोर्ट की हर पेशी में अनिवार्य रूप से उपस्थित होने के लिए कहा है।
आपराधिक मामलों में जांच के बाद पुलिस द्वारा दाखिल किए गए आरोपपत्र के आधार पर अदालत में सुनवाई शुरू होती है। वादी और गवाहों के बाद विवेचना अधिकारी, पुलिस के गवाह और डॉक्टर की गवाही महत्वपूर्ण होती है। लेकिन, गवाही होने तक कई पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों का तबादला हो जाता है। इसके बाद वे दी गई तारीख पर अदालत में हाजिर नहीं होते। बड़ी बात यह भी है कि अदालत से गिरफ्तारी वारंट जारी करने के बाद भी पुलिस अधिकारी गवाही देने नहीं आते।
इससे अदालत का समय भी खराब हो रहा है। कोर्ट में लंबित मामलों की संख्या लगातार बढ़ती जाती है। आदेश का पालन हर हाल में कराया जाएगा विवेचना अधिकारी समय पर गवाही देने आ जाएं, तो मामलों के निराकरण की दर काफी बढ़ जाएगी। वर्तमान में जिला कोर्ट में तकरीबन 20 हजार केस लंबित हैं।
रजनेश सिंह, एसपी