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चांटीडीह मेलापारा में पहले दिन की कार्रवाई में 210 मकान तोड़े गए, नगर निगम ने की कार्रवाई झोपड़ी तोड़कर रहवासियों को अशोक नगर स्थित अटल आवास में कर रहे शिफ्ट, अभी भी तोड़ने हैं लगभग 530 मकान

छत्तीसगढ़ उजाला

 

बिलासपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। चांटीडीह मेलापारा में बड़ी संख्या में कच्चे मकान बनाकर रह रहे लोगों की शिफ्टिंग के लिए शुक्रवार को नगर निगम की टीम पहुंची। स्वयं से 300 परिवारों ने अशोक नगर स्थित पीएम आवास के पक्के मकान में शिफ्टिंग कर ली। इसमें नगर निगम के अमले ने पूरा सहयोग किया। वहीं अवैध कच्चे मकान गिराने की कार्रवाई के तहत पहले दिन 210 पर बुलडोजर चलाया गया है। बचे हुए लोगों को शिफ्ट करने का काम आने वाले दिनों में चलेगा। इस दौरान झोपड़ीनुमा अवैध मकान भी तोड़ने की कार्रवाई चलती रहेगी। यहां पर कुल 740 मकान अवैध हैं। वहीं अब 530 कच्चे घरों में रहने वालों की शिफ्टिंग होने के बाद उन्हें भी तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी।

चांटीडीह मेलापारा और आसपास में कुल 740 कच्चे मकान हैं। यहां के रहवासियों को अशोक नगर स्थित पीएम आवास योजना के तहत बने पक्के मकान आबंटित किए गए हैं। इसके बाद भी यहां के रहवासी वहां शिफ्ट नहीं हुए थे। कई बार इन्हें नोटिस भी जारी किया गया था। शुक्रवार की कार्रवाई से पहले भी नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद शुक्रवार को नगर निगम की टीम कार्रवाई के लिए पहुंची। इस दौरान सबसे पहले 300 परिवारों को अशोक नगर में बने अटल आवास में शिफ्ट कराने की प्रक्रिया की। इसके बाद टीम ने शाम होते तक 740 झोपड़ीनुमा मकान में से 210 कच्चे मकानों को हटाने का काम किया। टीम ने जानकारी दी है कि झोपड़ी में रहने वालों को बताया जा रहा है कि वे इस स्थान से हटकर पक्के मकान में रहेंगे। यहां पर उन्हें बिजली, पानी आदि सभी प्रकार की सुविधा मिलेंगी। जो लोग समझते जा रहे हैं, वे फौरन शिफ्ट हो रहे हैं, जिन्हें यह बात समझ नहीं आई है, उन्हें समझाया जा रहा है और धीरे-धीरे झोपड़ी तोड़ने का कार्य किया जा रहा है। आने वाले तीन से चार दिन के बीच सभी अवैध झोपड़ियों को तोड़ दिया जाएगा।

झोपड़ी मुक्त शहर के लिए हो रहा काम
यह कार्रवाई इसलिए भी की जा रहा है कि शहर को झोपड़ी मुक्त शहर बनाना है। इसी वजह से पीएम आवास, अटल आवास के तहत पक्के मकानों का निर्माण कराया गया है, और अवैघ रूप से शासकीय जमीन पर झोपड़ी बनाकर रहने वालों को शिफ्ट किया जा रहा है। शहर के कई स्थानों में इस तरह की कार्रवाई की जा चुकी है और लोगों को पक्के मकान आबंटित किए गए हैं। इसी तरह अब चांटीडीह मेलापारा के झोपड़ियों को तोड़ा जा रहा है। ताकि शहर आने वाले दिनों में झोपड़ी मुक्त शहर बन सके।
मेलापारा की सभी झोपड़ियां टूट जाने के बाद वहां पर व्यावसायिक काम्पलेक्स, मकान व सड़क बनाने की योजना है, ताकि क्षेत्र का समुचित विकास संभव हो सके। इससे क्षेत्र के रहवासियों को काम भी मिलेगा और जीवन स्तर भी उठ सकेगा। साथ ही जरूरतमंद को सर्वसुविधा युक्त मकान भी मिलेगा। इन सब के साथ अन्य प्रस्ताव भी यहां के लिए बनाए गए हैं।

विरोध करने वाले चार हिरासत में

झोपड़ी तोड़ने के दौरान निगम की टीम को कुछ लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। इस दौरान विरोध के बहाने रहवासियों को भड़काने और माहौल बिगाड़ने वाले चार लोगों को पुलिस को हिरासत में लेना पड़ा। इसके बाद तनाव के बीच एक-एक करके झोपड़ियों पर बुलडोजर चलाया गया। तनाव को देखते हुए निगम टीम के साथ ही बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। मालूम हो कि कार्रवाई शुरू होने के दौरान कुछ ने इसका विरोध चालू कर दिया और वापस जाने के लिए दबाव बनाते हुए निगम की टीम के साथ विवाद करने लगे। माहौल बिगड़ता देखकर पुलिस जवानों को मोर्चा संभालना पड़ा। इसके बाद बल की तैनाती के साथ झोपड़ियों को गिराने का काम शुरु किया गया। यह कार्रवाई देर रात तक चली।

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